Sunday, May 17, 2015

कथित समाजसेवियों अमिताभ ठाकुर और नूतन ठाकुर के ये कैसे दोहरे मापदंड !



कथित समाजसेवियों के ये कैसे दोहरे मापदंड !

दूसरों  के  मामलों में महज आरोपों के  आधार पर ही  बिना प्रमाणों को कन्सीडर किये और खुद ही न्यायालय बनकर उसे दोषी और अपराधी तक प्रमाणित  करके उनके सामाजिक अधिकार छीनने का प्रयास करने बाले अमिताभ ठाकुर और नूतन ठाकुर अपने ऊपर लगने बाले आरोपों को प्रमाणों  के  आधार पर नहीं अपितु अपने तर्कों के आधार पर खुद ही न्यायालय बनकर  ख़ारिज करने को तत्पर  हैं।  इन  कथित समाजसेवियों के ये कैसे दोहरे मापदंड हैं ?

आश्चर्य है कि पीआईएल की सूनामी लाने बाले भी जान को खतरा, अवैध खनन के परिवाद के बाद से लगातार प्रताड़ित करने,फर्जी मुकदमे में फंसाने की साजिशें रची जाने आदि के गंभीर मुद्दों पर भी सबूतों के  साथ  न्यायालय जाने के स्थान पर  तर्कों का ढोल पीटते हुए सीएम के पास जाने का  उपक्रम मात्र  कर रहे  हैं।

"परिवाद दायर करने के बाद पहले मुक़दमा उठाने की धमकी मिली", "पूरी तरह फर्जी बलात्कार के दो आरोप लगाए गए", "गवाह को पीटने का फर्जी आरोप लगाया गया" भाई;  ये बताइये यदि किसी को  धमकी मिलेगी  वह एफआईआर लिखायेगा या नहीं ? पूरी तरह फर्जी बलात्कार के दो आरोप लगाए जाएंगे  तो वह प्रमाणों के साथ न्यायालय जाएगा या नहीं ? यदि किसी को गवाह को पीटने का फर्जी आरोप जाएगा वह प्रमाणों के साथ न्यायालय जाएगा या नहीं ? या सिर्फ तर्कों का ढोल पीटते हुए सीएम , राज्यपाल आदि के पास जाने का  दिखावा मात्र  करता   रहेगा।

सोचिये !


http://www.jagran.com/uttar-pradesh/lucknow-city-12376374.html

पुलिस आइजी को जीवन का भय : मुख्यमंत्री से सुरक्षा की गुहार
लखनऊ। भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे पुलिस महानिरीक्षक नागरिक सुरक्षा अमिताभ ठाकुर और उनकी अधिवक्ता पत्नी नूतन ठाकुर को जीवन भय सताने लगा है। ठाकुर ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर अपनी तथा अपनी पत्नी की सुरक्षा की गुहार लगाई है।









आईजी को जान का खतरा, CM से लगाई सुरक्षा की गुहार





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