Thursday, February 15, 2018

UP IPS अमिताभ ठाकुर के सरकारी कार्यों की सूचना RTI में देने से इनकार l


Lucknow/15-02-2018…………………यूपी कैडर के आई.पी.एस. अधिकारी अमिताभ ठाकुर खुद को पारदर्शिता और जबाबदेही के क्षेत्र में कार्यशील बताते हैं l  ठाकुर जब-तब अन्य लोकसेवकों और लोक प्राधिकरणों के क्रियाकलापों पर पारदर्शिता और जबाबदेही का पालन नहीं करने का आरोप मीडिया के माध्यम से लगाते रहते हैं पर अब   राजधानी निवासी आरटीआई कंसलटेंट और इंजीनियर संजय शर्मा ने उत्तर प्रदेश रूल्स एंड मैनुअल्स के महानिदेशक कार्यालय में दायर की गई अपनी आरटीआई अर्जी पर आये सरकारी जबाबों के आधार पर अमिताभ ठाकुर पर खुद पारदर्शिता और जबाबदेही के मानकों का पालन नहीं करने का आरोप लगाते हुए इस मुद्दे पर अमिताभ को कटघरे में खड़ा कर दिया है l




संजय बताते हैं कि उन्होंने बीते 15 अप्रैल को उत्तर प्रदेश रूल्स एंड मैनुअल्स के महानिदेशक कार्यालय में एक आरटीआई अर्जी देकर अमिताभ ठाकुर द्वारा आईजी रूल्स एंड मैनुअल्स के पद पर काम करते हुए ली गई छुट्टियों,ली गईं सरकारी सुविधाओं, किये गए सराहनीय कार्यों, पुलिस रेगुलेशन में सुधार के लिए किये गए कार्यों आदि के सम्बन्ध में 15 बिन्दुओं पर सूचना माँगी थी l संजय ने बताया कि अमिताभ ठाकुर  इस आरटीआई अर्जी  को एक्ट की धारा 6(3) में निर्धारित 5 दिनों की अधिकतम में अंतरित नहीं   कर पाए जिसके कारण उनको अमिताभ की शिकायत सूचना आयोग से करनी पड़ी जो आयोग में लंबित है l अमिताभ ने संजय को बताया कि संजय द्वारा माँगी गईं सूचना रूल्स एंड मैनुअल्स के महानिदेशक कार्यालय में उपलब्ध नहीं है और संजय की इस अर्जी को बीते 25 अप्रैल को मुख्यालय पुलिस  महानिदेशक को ट्रान्सफर कर दिया l मुख्यालय पुलिस महानिदेशक कार्यालय के जन सूचना अधिकारी ने  पुलिस महानिरीक्षक ( कार्मिक ) पद्मजा चौहान के पत्र द्वारा सूचना दी है l



पद्मजा ने संजय को बताया है कि क्योंकि अमिताभ ठाकुर ने  उनको लिखकर दिया है कि आईजी रूल्स एंड मैनुअल्स के पद पर काम करते हुए उनके द्वारा ली गई छुट्टियों,ली गईं सरकारी सुविधाओं, किये गए सराहनीय कार्यों, पुलिस रेगुलेशन में सुधार के लिए किये गए कार्यों आदि के सम्बन्ध में संजय द्वारा माँगी गई 15 बिन्दुओं की  सूचना में से किसी भी बिंदु की सूचना सार्वजनिक नहीं कीं जाएँ  और इसीलिये पद्मजा ने धारा 11 की बात लिखते हुए माँगी गई सूचना में से कोई भी सूचना नहीं दी है l



अमिताभ ठाकुर द्वारा अन्य लोकसेवकों और लोक प्राधिकरणों के इसी प्रकार के क्रियाकलापों की सूचना RTI में खुद तो मांगने लेकिन खुद की सूचना देने से मना करने के आधार पर संजय ने ठाकुर पर पारदर्शिता और जबाबदेही के मुद्दे पर दोहरे मापदंड रखने का आरोप लगाया है l



आरटीआई विशेषज्ञ संजय ने बताया कि किसी लोकसेवक द्वारा ली गई छुट्टियों,ली गईं सरकारी सुविधाओं, किये गए सराहनीय कार्यों, पदीय दायित्वों के निर्वहन के लिए किये गए कार्यों की सूचनाएं व्यक्तिगत सूचना नहीं हैं और पारदर्शी और जबाबदेह तंत्र की स्थापना के लिए लोकसेवकों की ये सूचनाएं सार्वजनिक होना विस्तृत लोकहित की बात है और इसी आधार पर पद्मजा चौहान के निर्णय के खिलाफ आयोग में अपील करके सूचना सार्वजनिक कराने की बात कही है l 

Wednesday, February 7, 2018

UP:CM योगी तक पंहुंची फेसबुक कविताओं द्वारा शासन-प्रशासन पर उंगली उठाने वाले IPS अमिताभ ठाकुर की शिकायत l

लखनऊ/08 फरवरी 2018......................
यूपी कैडर के आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर पर अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर सोशल मीडिया का दुरुपयोग कर सरकार की प्रचलित नीतियों की सार्वजनिक निंदा करने, पुलिस प्रशासन का मनोबल तोड़कर सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश करने, अधिकारी आचरण नियमावली का उल्लंघन करने और सोशल मीडिया द्वारा लोगों को सरकार के खिलाफ भड़काकर आईपीसी के अंतर्गत अपराध करने का आरोप लग रहा है l राजधानी लखनऊ निवासी आरटीआई कंसलटेंट इंजीनियर संजय शर्मा ने लोकसेवक अमिताभ पर यह आरोप लगाते हुए मामले की शिकायत सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ को भेजी है और अमिताभ को तत्काल निलंबित कर सेवा नियमों के तहत जांच संस्थित करने और प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराकर ठाकुर का लैपटॉप और मोबाइल जप्त कराते हुए फेसबुक अकाउंट की पोस्ट और उस पर आये कमेंट्स के आधार पर जांचोपरांत  कड़ी कार्यवाही करने की मांग की है  l




संजय ने बताया कि विभिन्न न्यूज़ वेबसाइट्स पर पोस्ट की गई ख़बरों  से उन्हें पता चला कि  आईजी अमिताभ ठाकुर ने लोकसेवक होते हुए भी अपने फेसबुक पर दो कवितायें लिखकर योगी सरकार की कार्यप्रणाली पर सबालिया निशान लगाते हुए सरकार और पुलिस का मनोबल तोड़ने का काम किया l बकौल संजय लोकसेवक होने के नाते अमिताभ अपने सुझाव अपने उच्चधिकारी के माध्यम से तो सरकार को भेज सकते हैं पर सार्वजनिक रूप से सोशल मीडिया के माध्यम से सरकार की नीतियों पर सबाल नहीं उठा सकते हैं l  

 

 

संजय ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि अमिताभ ने फेसबुक पर सरकार की नीतियों के विरोध में न केवल अपने फेसबुक पर कवितायें  पोस्ट की बल्कि इन कविताओं पर अनेकों लोगों  को सरकार और पुलिस का मनोबल तोड़ने वाले कमेंट करने के लिए उकसाते हुए राष्ट्र विरोधी कथन करने वाले लोगों का समर्थन भी किया l संजय ने  अमिताभ ठाकुर के इन कृत्यों को  अपराधियों के हौसले बुलंद  करने वाले  ,पुलिस और सरकार का मनोबल तोड़ने वाले  और सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वाले बताते हुए  अमिताभ ठाकुर पर लोगों को सरकार के खिलाफ विद्रोह करने के लिए भड़काकर  राजद्रोह करने का आपराधिक आरोप भी लगाया है l


अमिताभ पर अखिल भारतीय अधिकारी आचरण नियमावली का उल्लंघन करने और सोशल मीडिया का दुरुपयोग कर भारतीय दंड संहिता के अंतर्गत अपराध करने का आरोप लगाते हुए संजय ने योगी आदित्यनाथ समेत यूपी के मुख्य सचिव,डीजीपी और लखनऊ के एसएसपी को शिकायत भेजकर ठाकुर को   निलंबित कर विभागीय कार्यवाही और आईटी एक्ट और राजद्रोह की धाराओं में प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराकर ठाकुर का लैपटॉप,मोबाइल जप्त कराके फेसबुक की पोस्ट और  कमेंट्स के आधार पर जांचोपरांत कड़ी कार्यवाही करने की मांग की है  l 


संजय ने बताया कि उन्हें विश्वास है कि योगी सरकार द्वारा बरेली के डीएम के खिलाफ चल रही कार्यवाही की तर्ज पर ही अमिताभ के खिलाफ भी कार्यवाही शुरू की जायेगी और अमिताभ ठाकुर की राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से नजदीकी और ठाकुर की पत्नी आरटीआई एक्टिविस्ट डा. नूतन ठाकुर की भाजपा से नजदीकी की बजह से अमिताभ को कोई नियम विरुद्ध राहत नहीं दी जायेगी l