Saturday, February 28, 2015

शायद बयाना लेकर काम करने की मनः स्थिति से अभी उवरे नहीं है आईपीएस अमिताभ ठाकुर.

 तभी उनके खिलाफ आरटीआई खुलासा और आरटीआई खुलासे के आधार पर मेरे द्वारा आईपीसी की दांडिक शब्दावली के उन पर प्रयोग से भड़क गये हैं और मुझ पर उनके विरुद्ध बयाना लेने का अनर्गल आरोप लगा रहे हैं. क्या अमिताभ ठाकुर इस मामले में कोई सबूत पेश करेंगे. मुझे बयाना लेना नहीं आता पर सोचता हूँ अब ठाकुर साहेब से ही सीख लूँ बयाना लेना.


कहना आसान है कि "क़ानून के सामने सब बराबर हैं और यदि मैं गलत रहूँ तो निश्चित कार्यवाही हो पर इसके पहले पूरी स्थिति तो साफ़ हो जाया करे." पर क्या अमिताभ ठाकुर खुद आरटीआई या मीडीया के मध्यम से प्राप्त मुद्दों को उठाने से पहले ये करते है. दूसरों पर महात्मा गाँधी के अपमान की एफआईआर करने बाले अमिताभ  पर जब महात्मा गाँधी के अपमान की एफआईआर हो जाए तो वह शातिर अपराधियों की तरह सबूत ही मिटा दे और उसकी पत्नी और कथित पत्रकार, वकील आरटीआई एक्टिविस्ट और समाजसेविका नूतन ठाकुर भी सबूत नष्ट करने के इस अपराध में उसका साथ दे और ये दोनों समाजसेवियों का मुखौटा लगाए देश और समाज को अपनी काली कमाई ( भारत सरकार की वेबसाइट के अनुसार इन्होने अभी तक जिसे सार्वजनिक नहीं किया है ) के दम पर बरगलाते रहें. http://www.samaylive.com/regional-news-in-hindi/uttar-pradesh-news-in-hindi/256700/ips-officer-amitabh-thakur-why-hang-vigilance-probe.html

सरकारी सुविधा भी अब नहीं के बराबर लेने का दावा करने बाले ये अमिताभ सरकारी समय में कितना व्यक्तिगत काम करते हैं वह मैं भी जानता हूँ और अमिताभ भी. फिर ऐसे बेमतलब के ढकोसले क्यों. जनता के पैसे लेने बाले को जनता को जबाब देना ही होगा चाहें वह कोई भी हो.

अन्य भद्र जनों द्वारा मेरे बारे में किए गये कमेंट्स पर धन्यवाद सहित जबाब नीचे दे रहा हूँ. यकीन जानिए आप यदि मुझसे मोबाइल पर बात करेंगे तो मुझे अपार हर्ष की अनुभूति होगी और मैं आपसे सीख लेकर और परिपूर्णता की ओर बढ़ूंगा.
Rahul Dwivedi wrote उन महाशय को..पूरी प्रक्रिया के अंतर्गत उत्तर दें। वही श्रेष्ठ होगा Yes Rahulji, I am waiting 4 a reply under complete process.

Surendra Narayan Rai wrote Shathe shatyam samscharet.... Yes, I’m also doing the same with Amitabh Thakur.  

Manendra Solanki wrote सर जी ऐसे लोग झाड के काँटे (एक प्रकार का छोटा काँटेदार पेड) है।इनकी कोई औकात कोई ईमान है ऐसे लोगो को कुचलना है और अपने रास्ते पर आगे बढना है। महेंद्र सोलंकी से कहना है कि अनियमितताओं में लिप्त लोग और उनके अंधभक्तों को हम जैसे लोग झाड के काँटे (एक प्रकार का छोटा काँटेदार पेड) ही लगते हैं. हमारी वास्तव में न तो कोई औकात है और न कोई ईमान है क्योंकि ईमानदारी का ठेका तो आपके भगवान अमिताभ ठाकुर और आपने ले रखा है. हम जैसे आवाज़ उठाने बालों को आपको और अमिताभ ठाकुर को कुचलना है और अपने तथाकथित ईमानदारी के रास्ते पर आगे बढना है।

Madhur Mohan Shukla wrote Its trick of becoming rich in short time. Unfortunately he tried it on you to get some favour. So Madan Mohan Shuklaji, U R in dark. Amitabh Thakur has long been using it. I came to know about it from one of the allies of Amitabh Thakur.ask Amitabh n then come back.

Surendra Narayan Rai Laat ke bhoot baat se nahi mante hai Sir Ji... Yes Negiji, So using Laat on Amitabh to expose him before the world. However if U or Amitabh wish to use ur Laat on me, I am ready. Pls. call me on 9455553838. I shall reach U to taste ur Laat.

Chetan Kashyap wrote भैया, मैं उस व्यक्ति का नाम लेना नहीं चाहता हूँ पर मुझे लगता है कुछ व्यक्तिगत रंजिश है. लगता है कभी आप ने उनको हाजत में बांध कर पुलिसिआ धुनाई करी है! चेतन कश्यप, आप मेरा नाम लो. आपकी बातों से ये तो साफ हो ही गया कि अमिताभ ठाकुर मानवाधिकारों का घोर उल्लंघंकर्ता रहा है जो हाजत में भी व्यक्टिओं को बांध कर पुलिसिआ धुनाई करता रहा है.

Mohd Faiz wrote सर कुछ लोग ऐसे निर्लज़्ज़ होते हैं...जिन्हें दूसरों पर निराधार आरोप लगाने में सुकून मिलता है।ऐसे लोग ही नर्क की जगह को पर्याप्त रूप से भरेंगे। मोहम्मद फ़ैज़, जी हाँ मैं अनियमितताओं को उजागर करता हूँ और इस काम के लिए पूर्णतः निर्लज़्ज़ हूँ. शायद आपके आरटीआई का जबाब नहीं दिखा और आरटीआई के आरोप के आधार पर अमिताभ ठाकुर पर लगा आरोप आपको  निराधार लगा. धन्य है आपकी अंधभक्ति. अगर आरटीआई प्रयोग कर अनियमितताओं को उजागर करने वालों को ही नर्क मिलता है तो यह भी मेरा सौभाग्य है कि मैं आरटीआई की राह पर चल रहा हूँ और इस बजाह से मुझे नर्क मिलेगा. अमिताभ तो धर्म को न मानने का दिखावा करता है पर आप धार्मिक लगते हैं. सोचिए अगर आरटीआई प्रयोग करने बाले नर्क में जाते हैं तो अनियमितता करने बाले कहाँ जाते होंगे.................  क्या स्वर्ग में. शायद आप यही कहना चाह रहे थे.

Amit Kishore Jain wrote  sanjay babu ab bolo ...pls bolna jarur ..thakur sahab ka spashtikaran aagaya Yes Amit Kishore Jain, Pls. see my wall. I promise U I shall expose Amitabh Thakur before the World. Of course It may take some time.
  
DrMukesh Mishra wrote मानसिक रूप से विक्षिप्त आदमी को थोड़ा भी प्रसाद मिल जाय तो वह उचलने लगता है। कुछ यही हाल शर्मा जी का है। प्रसिद्धि पाने का यह भी सरल रास्ता अख्तियार किया है शर्मा जी ने। डा. मुकेश मिश्रा, आपने ठीक कहा. पता नहीं क्यों अनियमितता देखकर मैं ऐसा ही हो हो जाता हूँ. आप इसे 'मानसिक रूप से विक्षिप्त आदमी' मानते हैं तो अच्छा है. मुझे अब तक पता ही नहीं था कि यही होती है मानसिक विक्षिप्तता. मैं तो कुछ और ही समझता था. अमिताभ ठाकुर से कोड-वर्ड में की गयी बातचीत 'थोड़ा भी प्रसाद मिल जाय' को खुलकर लिखें मैं समझा नहीं. हाँ यह ठीक है कि आरटीआई से अनियमितता सामने आने पर पता नहीं क्यों मैं उचलने लगता हूँ. कुछ यही हाल मेरा है। प्रसिद्धि पाने का यही सरल रास्ता अमिताभ ठाकुर ने भी अख्तियार किया हुआ है पर अंधभक्ति में...............

Kshazan Singh Bharadwaj wrote बेशर्मों पर ध्यान दें। एक ढूंढोगे हज़ार मिलेंगे ..................... जी हाँ मैं अनियमितताओं को उजागर करता हूँ और इस काम के लिए पूर्णतः बेशर्म हूँ. प्लीज़ मेरे जैसे 999 के नाम मुझे tahririndia@gmail.com पर बता दें. कृपा होगी.

Basant Jain wrote It ia necessary to hit barking dogs. Yes Basant Jain, I am a barking watchdog of society. Thanks for ur compliment.
  
Basant Jain wrote You are doing out standing work in the interest of common man. So be ready to face such dirty elements of society. You are GRAT and shall remain GREAT. Basant Jain, thanks for calling a scavenger like me a dirty element of society but rest assured Amitabh shall be exposed and u shall also see it.

Ajeet Narayan Singh wrote सर इस तरह के लोग हर जगह है जिनको दुसरो की कमीयो को ढूँढना येक मात्र कम होता है। उनकी जितनी निंदा किजाय कम हैं सर इसी क्रम में मैं भी कुछ-कुछ पीड़ित हूँ ऐसे लोगो को नजरअंदाज कर देना चाहिये. अजीत नारायण सिंह, आपकी निंदा का स्वागत और कीजिए निंदा क्योंकि हम तो " निंदक नियरे रखिए......." में यकीन रखते हैं.

Ram Dayal Rajpurohit wrote सर ऐसे लोग भोकते है जिनका काम ही भोकना है , Yes Ram Dayal Rajpurohit, I am a barking watchdog of society. Thanks for ur compliment.


Mayank Agarwal wrote I attended a press conference by Pankaj Srivastava, the editor of IBN7 who was removed within an hour of opposing IBN7 's policy to boycott Arvind Kejriwal. I had a discussion on corrupt and paid media. When i discussed about the false case against you 6 out of 6 persons said "Ye to hona hi thaa akhir Mr. Thakur sabse loha jo lete rehte hain. Aise IPS officers desh mein virle paida hote hain". I could easily notice a feeling of reverence, faith and utter respect for you. Not even single person could speak even low of you leave aside defaming. I think you can easily ignore guys like Sanjay Sharma because they will not be even least effective. Its just his frustation of some kind. Your stature has crossed beyond these rumour mongers and paid brokers of media. I think you are known all over India. We remember that you were featured in Aamir Khans Satyamev Jayate too. I dont see any reason for you to spend even 5 minutes on Sharma kind of "creatures" . Mayank Agarwal please mail names of some paid brokers of media on tahririndia@gmail.com.


 
http://www.samaylive.com/regional-news-in-hindi/uttar-pradesh-news-in-hindi/256700/ips-officer-amitabh-thakur-why-hang-vigilance-probe.html