Monday, February 16, 2015

Sanjay Sharma Yesterday at 9:44am · Edited · लखनऊ के सामाजिक कार्यकर्ता संजय शर्मा पर नतून और अमिताभ ठाकुर ने कंटेंट चोरी का आरोप लगाया * February 14, 2015 * Written by नूतन ठाकुर * Published in उत्तर प्रदेश : 'यूपी के आईपीएस अमिताभ ठाकुर के पास खाने और दिखाने के दाँत अलग अलग' संबंधी आरोपों का जवाब : मैंने एक सज्जन संजय शर्मा द्वारा लिखा “यूपी के आईपीएस अमिताभ ठाकुर के पास खाने और दिखाने के दाँत अलग-अलग” शीर्षक लेख पढ़ा जिसमे सब-टाइटल है-“पारदर्शिता की बात करने बालों को ही पारदर्शिता से परहेज”. इस लेख में लिखा है-“पर उपदेश कुशल बहुतेरे. शायद आपने सुना तो बहुत होगा पर अब देखना चाहें तो देख भी लीजिए. जनपक्षधर्ता की बात करने बाले आईपीएस अमिताभ ठाकुर को भी अचल संपत्ति की घोषणा से परहेज है. क्या यूपी आईपीएस अमिताभ ठाकुर के खाने और दिखाने के दाँत अलग अलग हैं? भारत सरकार के गृह मंत्रालय के अनुसार अमिताभ ठाकुर ने वर्ष 2012, 2013, 2014 में अचल संपत्ति की घोषणा नहीं की है. आख़िर ऐसा क्या है जिसकी बजह से अमिताभ अपनी अचल संपत्ति की घोषणा करने से डर रहे हैं और अपना मुँह छुपाते घूम रहे हैं. शायद 'तहरीर' द्वारा की गयी शिकायत के बाद चले सरकारी चाबुक के बाद ही अन्य बेशर्मों के साथ ठाकुर साहब को भी कुछ शर्म आए और वे सरकारी क़ायदे-क़ानूनों का खुद भी अनुपालन करना सीखें.” फेसबुक पर इस लेख के बाद कई टिप्पणियाँ आयीं जिनमे वीसा यूरोप में कार्यरत चेतन कश्यप ने कहा- “ऐसा हो ही नहीं सकता, कोई गलत धारणा नहीं पाली जाए, मैं उनको अच्छी तरह जानता हूँ, वो एक सच्चे, नेक और ईमानदार अधिकारी हैं. यह आपकी निजी धारणा है.” इसके विपरीत लखनऊ के अधिवक्ता श्री सत्येन्द्र नाथ श्रीवास्तव ने कहा कि इनके अपने भाई यश ठाकुर के पास कानपुर में तीन पेट्रोल पम्प हैं. इस पर उत्साहित हो कर संजय शर्मा ने श्री श्रीवास्तव से पूछा-“अच्छा यश ठाकुर अमिताभ ठाकुर के अपने भाई हैं?” श्री श्रीवास्तव ने उतने ही आत्मविश्वास के साथ कहा- “हाँ सर, मेरे एक क्लाइंट के पास काफी पेट्रोल पम्प हैं, उन्होंने मुझे यह सूचना दी है.” रंजन कुमार ने कहा- “ठाकुर जी पे इतने तल्खी की वजह?” श्री चेतन ने पुछा कि उन्हें पेट्रोल पम्प का पता दिया जा सकता है” लेकिन इसका कोई उत्तर नहीं आया. एक निजी कंपनी में कार्यरत अनिल सिंह ने कहा कि जैसे अवाम ने “आप की पोल खोली, सबको वैसे ही एक दूसर की कमजोर नस पता है. बस प्रोपोगंडा है मैं ही नैतिक रूप से सही हूँ.” इस पर श्री संजय ने कहा-“क्या आपको लगता है अमिताभ ठाकुर क़ानून के ऊपर हैं?” दिल्ली के सामाजिक कार्यकर्ता जयकुमार झा ने कहा-“इस मामले में हमारा समर्थन है तहरीर को की पारदर्शिता की शुरुआत खुद से ही होनी चाहिए ,मैं अगर अपनी जाँच का अधिकार हर सच्चे -अच्छे नागरिक को दूंगा तभी मैं प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति की जाँच करने का अधिकार रखूँगा.” श्री अंकित धन्विक ने कहा- “मैं किसी के समर्थन व विरोध में नहीं बल्कि यह कहना चाहता हूँ कि इस प्रकार का कदम देश भर में एक अच्छा साफ़सुथरा वातावरण स्थापित करेगा. इस प्रकार क़ी जानकारी जनता तक जरूर पहुंचनी चाहिए जिसके लिए मैं आदरणीय संजय शर्मा जी को धन्यवाद प्रकट करता हूं और पूर्व यूपीए सरकार का आभारी हूँ जिसने सूचना का अधिकार जनता के समक्ष लाया”. आशीष सागर ने इसे बेबाक बयानी बताया. अब बात संजय शर्मा की. मैं संजय शर्मा को लम्बे समय से जानती हूँ. उनके और उनकी पत्नी उर्वशी शर्मा के कार्यों की मैंने सार्वजनिक और निजी रूप से प्रशंसा भी की है. वैसे भी सामाजिक क्षेत्र में बहुत कम लोग काम करते हैं, अतः हमने हमेशा इन्हें इस क्षेत्र में अपने से सीनियर मान कर उनका लिहाज किया. बाद में कई बातें ऐसी आयीं जिनसे मुझे लगा कि हमें संजय शर्मा से कुछ अलग ही रहना चाहिए. इनमें मुख्य रूप से सामने कुछ कहने और पीठ पीछे फेसबुक पर या अपने ब्लॉग पर दूसरी बातें लिखने और हमारे द्वारा की गयी शिकायतों और कार्यों को हूबहू उतार पर अपने नाम से अधिकारियों को भेज कर श्रेय लेने का प्रयास करने जैसी बातें शामिल थीं. इस सम्बन्ध में पूर्व में भी कई उदाहरण रहे हैं पर हाल में भी इसके कई उदहारण मैंने स्वयं देखे हैं. मैंने दिनांक 25/01/2015 को समय 05:16 बजे शाम अधीक्षण अभियंता, सिंचाई, बहराइच की वित्तीय अनियमितता की शिकायत की और संजय शर्मा के ब्लॉग http://tahririndia.blogspot.in/ पर यही शिकायत उनके द्वारा अपने स्तर पर करने की बात लगभग हूबहू उन्ही शब्दों में उसी रात समय 08:28 बजे अंकित हो गया. मैंने 02/02/2015 को 03.05 बजे शाम जौहर ट्रस्ट भूमि मामले में आज़म खान की लोकायुक्त को शिकायत की बात फेसबुक पर लिखी और संजय शर्मा ने अगले दिन 03/02/2015 को समय 03:46 शाम लगभग शब्दशः वही शिकायत अपनी ओर से राज्यपाल, उत्तर प्रदेश को भेजने की बात लिखी. मेरे पति अमिताभ ठाकुर ने अपने फेसबुक पर दिनांक 05/02/2015 01:17 बजे दिन में पूर्व केन्द्रीय गृह सचिव की सीवीसी में शिकायत भेजने की बात लिखी और संजय शर्मा ने अपने ब्लॉग पर ठीक वही शिकायत लगभग उन्ही शब्दों में सीवीसी को उसी रात 11:00 बजे भेजने की बात बतायी. मैं यह मानती हूँ कि सामाजिक कार्यों और शिकायतों पर किसी का कॉपीराईट नहीं होता पर बार-बार किसी अन्य व्यक्ति द्वारा भेजी शिकायत को हूबहू नक़ल कर अपना बता कर भेजना भी तो अपने आप में कई सारे प्रश्न छोड़ जाता है. उसके अलावा यहाँ एक और बात महत्वपूर्ण है. शिकायत एक बात होती है, अपनी व्यक्तिगत तल्खी का प्रदर्शन दूसरी बात. संजय शर्मा ने मेरे पति द्वारा कथित रूप से अपना प्रॉपर्टी रिटर्न नहीं दाखिल करने की बात अपने ब्लॉग में पांच बार पांच शीर्षक से लिखा-“यूपी : पारदर्शिता की बात करने बालों को ही पारदर्शिता से परहेज”, “यूपी के आईपीएस अमिताभ ठाकुर के पास खाने और दिखाने के दाँत अलग अलग”, “UP IPS Amitabh Thakur's double faced approach exposed”, “तो दूध का धुला नहीं है यूपी का कथित समाजसेवी आईपीएस अमिताभ ठाकुर ! “, और “UP IPS Amitabh Thakur too a 'Black' Sheep of same 'Black' Flock”. सभी लेख में एक ही बात है पर अलग-अलग शीर्षक से उसमे मिर्च-मसाला भरने का पूरा प्रयास किया गया. साथ ही बेशर्म, दोहरा चरित्र, ब्लैक शीप जैसी टिप्पणी भी अपनी ओर से की गयी. अब एक लाइन में इस मामले की सच्चाई- मेरे पति ने तीनों साल का अपना प्रॉपर्टी रिटर्न डीजीपी ऑफिस, जहां उन्हें अपना रिटर्न देना होता है, को 11/01/2013 , 27/01/2014 और 19/01/2015 को भेज दिया है. अब यदि डीजीपी ऑफिस से यह रिटर्न भारत सरकार नहीं पहुंचा है, इसके लिए मेरे पति तो कत्तई जिम्मेदार नहीं माने जा सकते. कुछ और बातें. मैंने और मेरे पति ने एक बार भी अपने आप को विशिष्ट या खास या दूध का धुला नहीं कहा है. हमारा मात्र यह कहना रहता है कि यदि हम गलत हैं, हम पर कार्यवाही हो, यदि कोई और तो उस पर. हम उतने ही अच्छे या बुरे हैं जितना एक आम आदमी, हाँ यह जरुर है कि हम अच्छा बनने और अच्छे काम करने का प्रयास अवश्य कर रहे हैं. अंतिम बात, मेरे पति के सिर्फ एक अपने भाई हैं, जो आईएएस अफसर हैं. कानपुर में उनका कोई भाई नहीं है. अतः मुझे श्री श्रीवास्तव, जो संभवतः अधिवक्ता हैं और इस तरह सुनी-सुनाई बात को हकीकत बता देते हैं, और उनकी बात सुन कर विश्वास कर लेने वालों से यही कहना है कि यह उदाहरण बताता है कि हमारे यहाँ कई लोग कैसे बिना आग के भी धुंआ पैदा करने में एक्सपर्ट हैं, जो एक बार भी नहीं सोचते कि वे कह क्या रहे हैं और इतने विश्वास के साथ गलत बात भी सही बता कर बेच देते हैं कि आदमी उसे सच मानने को बाध्य हो जाता है. मैंने ये बातें इसीलिए लिखीं क्योंकि मैं जानती हूँ कि कई बार झूठ बार-बार बोले जाने पर सच माना जाने लगता है. साथ ही सामाजिक कार्यकर्ताओं से यह विनम्र आग्रह करने के लिए भी कि वे शिकायत सबों की करें, खूब करें पर इनमे व्यक्तिगत टिप्पणी और दुराग्रह से बचें. यदि आपके बातों में सत्यता और धार होगी तो उसके लिए तल्ख़ टिप्पणियों के बेजा इस्तेमाल की जरुरत नहीं होगी. अन्यथा वे व्यक्तिगत टिप्पणियाँ अर्थहीन हो जायेंगी और समस्त कार्यकर्ताओं के प्रति प्रतिकूल मंतव्य बनाने का काम करेंगी. डॉ नूतन ठाकुर पत्रकार, वकील और आरटीआई एक्टिविस्ट लखनऊ लखनऊ के सामाजिक कार्यकर्ता संजय शर्मा पर नतून और अमिताभ ठाकुर ने कंटेंट चोरी का आरोप लगाया No. 1 Indian Media News Portal... Media ka Baap.... bhadas4media.com|By B4M Reporter Like · · Share Pranpw Kumar P, Azmi Rizvi, Sonu Singh and 16 others like this. 1 share आशीष सागर अगर नूतन ठाकुर की बाते सही है और संजय शर्मा ने बिना सत्यता को जाने ये लेख लिखा है तो मै अपने शब्द वापस लेता हूँ लेकिन यह भी सत्य है की राजधानी लखनऊ सहित देश भर में आरटीआई कार्यकर्ता का एक मंजा हुआ समूह है जो शिकायत और आरोप से अपनी प्रसिद्धी / सेलिब्रेटी का रास्ता तय कर रहा है....मात्र सेलिब्रेटी तक सफर Yesterday at 10:21am · Like · 1 Satyendra Nath Srivastava तुम्हारा समाजिक सरोकार मेरे समाजिक सरोकार से बडा कैसे .इस बात पर कीचड उछालना आज फैसन है . Yesterday at 10:45am · Like · 1 Vyas NiTin Vyas बेहद धर्म संकट की स्थिति,बेहतर हो मतभेद और मनभेद भुलाकर जरूरतमंद (हम जैसों) लोगों के उत्थान के लिये साथ मिलकर काम करते रहें Yesterday at 2:55pm · Like · 3 Sanjay Sharma whom would you believe? MHA website or a simple statement by wife nutan thakur of IPS amitabh who is a defaulter as per MHA website? you can find all the details on MHA website or on my blog. However if copies of IPRs filed by amitabh thakur with detai...See More Yesterday at 8:06pm · Like · 2 Sanjay Sharma दो सबाल : 1- क्या सामाजिक कार्यों और शिकायतों पर किसी समाजसेवी या सामाजिक संगठन का कॉपीराईट होता है? 2- क्या सामाजिक कार्यों और शिकायतों में किसी एक का एकाधिकार समाप्त कर उन सामाजिक कार्यों और शिकायतों के कारण उस एकमात्र व्यक्ति के द्वारा किसी संभाव्य भ्रष्टाचार की संभावना को कम करना कोई न्यायिक अथवा सामाजिक अपराध है ? Yesterday at 8:25pm · Like · 2 Satyendra Nath Srivastava I have file RTI with Police Mahanideshak regarding assets declaration and some other point.since i am not in the friend list of N Thakur she have no right to pass criticism on me .I am a practicing advocate in Lucknow high court since 2002 and Nutan is...See More Yesterday at 8:50pm · Edited · Like Satyendra Nath Srivastava CCS cunduct rule 4, A civil servant can't take part in NGO or Trust ,5 He must take permission for press and Radio, 6 He should not criticize the govt. Any officer is not beyond the law. Yesterday at 8:38pm · Unlike · 1 Nutan Thakur संजय जी, बिलकुल कॉपीराईट नहीं होता. मैंने तो मात्र एक तथ्य प्रस्तुत किया था, वह भी तब जब आप अकारण व्यक्तिगत हमले कर रहे थे जबकि यह हम सबों की मिलीजुली लड़ाई है. हम आज भी खुले ह्रदय से साथ काम करने को अपना सौभाग्य समझेंगे, पर इसमें सामने कुछ और पीछे कुछ वाली बात कृपया न हो Yesterday at 9:04pm · Like · 5 Nutan Thakur सत्येन्द्र नाथ जी, आप का सम्मान है. मुझे कष्ट मात्र यह है कि आपने बिना सत्यापित किये पूरी तरह बेबुनियादी बात सत्य बताते हुए कह दी जो आपके जैसे सम्मानित व्यक्ति से कत्तई अपेक्षित नहीं था. कम से कम आपसे यह अपेक्षा नहीं की जा सकती कि आप दूसरे की झूठी बात सत्य बात कहते हुए कहेंगे. मैं समझती हूँ आप इतनी बात अवश्य स्वीकार करेंगे. Yesterday at 9:07pm · Like · 3 Sanjay Sharma Nutan Thakur सामने कुछ और पीछे कुछ वाली बात? Please post each and every incidence and record on my wall. 23 hrs · Like · 3 Anil Singh Mai Byaktigat to Amitabh Thakur sir ko nahi janta hun kintu unke vishay me padha jarur hai aur FB par bhi unke post dekha kerta hu. Jahan tak mai samjha hun vo bahut nice aur kind hearted person hai. Maine pahle bhi kaha tha ki aaj ke samay me koi aisa...See More 23 hrs · Like · 1 Knniirraannjjaann Kr आपलोग आपसे में क्यूँ उलझे हुए हैं सर/मैम।।। सफ़र लंबा है और साथी कम ।।। 23 hrs · Edited · Unlike · 2 Satyendra Nath Srivastava Nutan Thakur the most pinching word is "संम्भवतः वकील " वैसे मै Knniirraannjjaann Kr के कथन से इत्तेफाक रखता हू कि हमे मिल कर काम करना है. 23 hrs · Like · 1 Manoj Kumar Kahne ko ham swatntra rahh gaye he jb ham apne baat bolne ke hakdaye nahi rahe ! Agar kisi adhikari ke liye kuch bola to samjho tumhari kher nahi kyuki ham to therre aam aadmi 200rs majduri se kamane wale or govt job walo ki tankha bhe hazaro me hoti he or power bhe ! Ham ek swatntra desh ke nagrik he apni baat kahne ka hak he !!!!! 23 hrs · Unlike · 1 Chandra Bhushan Pandey I think satyendra ji ko Nutan ji hi details of declaration de dengi....unhe fb per post ker dena chahiye... 22 hrs · Unlike · 1 Sanjay Sharma Chandra Bhushan Pandeyji, well said. if Nutan Thakur or Amitabh Thakur posts these 3 property returns with details of proof of filing, I shall be taking up this case against UP DGP & MHA. but if n only if Nutan Thakur or Amitabh Thakur can............... 22 hrs · Edited · Like · 1 Chandra Bhushan Pandey If Amitabh ji honestly declared in paste and he is transparent he shuold post details on fb without any delay...i hope he will do 22 hrs · Unlike · 1 Sanjay Sharma Chandra Bhushan Pandeyji, Most of the time our hopes are shattered. wish your hopes should bring forth the truth before the world. 22 hrs · Like · 2 Sanjay Sharma IPR not filed for 2012 - MHA website. Sanjay Sharma's photo. 22 hrs · Like · 1 Sanjay Sharma IPR not filed for 2013 - MHA website Sanjay Sharma's photo. 22 hrs · Like · 1 Sanjay Sharma IPR not filed for 2014 - MHA website. Sanjay Sharma's photo. 22 hrs · Like Chandra Bhushan Pandey He should post scanned coppies oc said send letters to DGP, 22 hrs · Unlike · 1 सुशील कुमार् तिवारी ये उचित मंच नहीं इन बातो के लिए 22 hrs · Like Suyogya Gupta Ab social worker bhi apas main ladne lage! 14 hrs · Like · 1 Sanjay Sharma सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा अधिकारियों से शिकायतें और अन्य कार्य मात्र श्रेय लेने के लिए किए जाने चाहिए या समस्या के समाधान के लिए?Suyogya Guptaji, सुशील कुमार् तिवारीji, Chandra Bhushan Pandeyji, Manoj Kumarji, Nutan Thakurji, Nutan Thakurji, Nutan Tsunami Thakurji, Amitabh Thakurji , @Satyendra Nath Srivastavaji, Knniirraannjjaann Krji, आशीष सागरji, Vyas NiTin Vyasji . 11 hrs · Like · 2 आशीष सागर समस्या समाधान के लिए 11 hrs · Unlike · 1 Knniirraannjjaann Kr ये तो बात सही है कि समस्या का समाधान ही अंतिम उद्देश्य होना चाहिए। पर चाहिए और होने में अंतर रह ही जाता है। श्रेय लेना नहीं चाहिए पर जो अच्छा कर रहा है उसे श्रेय मिलना जरुर चाहिए। recognition एक जरुरत है इंसान की । चाहत रहती है । ये कही से गलत भी नहीं।...See More 11 hrs · Like · 2 Manoj Kumar Hahahahaha shrey kis baat ka ???? Chalo hame shary nahi chahiye par ap he hamari sikayete lelo or milne wala shrey bhe ap he rakho par sikayat ka niwaran karwa dena !! Or shrey bhe unhe ko milta he jinhone ache kam kiye hote itihas gawah he !! Ye india...See More 10 hrs · Unlike · 2 Sanjay Sharma if anyone can enumerate any 5 contributions of Nutan Thakur and Amitabh Thakur ( with evidences ) which resulted in a visible impact on betterment of society. 9 hrs · Like · 1 गोपाल प्रसाद SAMAJIK KARYKARTAON KO BHRASHTACHARIYON KE KHILAF EKJUT HONA CHAHIYE , APNON KE BEECH KUCHH-KUCHH BATON KO LEKAR MATBHED SWABHAVIK HAI, PAR MANBHED NA HO! 8 hrs · Like · 1 Sanjay Sharma Write a comment...


No comments:

Post a Comment