Wednesday, August 5, 2015

कथित फ़ोनधमकीकांड पर दुनिया में ढोल पीटने बाले अमिताभ ठाकुर ने अपने कार्यालय को नहीं दी कांड की कोई सूचना :आरटीआई से खुलासा



बीते 10 जुलाई शुक्रवार शाम चार बजकर 43 मिनट पर 0522 – 2235477 नंबर से कथित फोन पर कथित रूप से सपा मुखिया  मुलायम सिंह यादव द्वारा  दो मिनट 10 सेकेंड तक की गयी  बातचीत अमिताभ को  सुधरने की नसीहत थी या धमकी, इसका फैसला तो अब अदालत में ही होगा पर मेरी एक आरटीआई पर यूपी के सिविल डिफेंस निदेशालय के जन सूचना अधिकारी के जबाब से यह चौंकाने बाला खुलासा जरूर हुआ है कि अमिताभ ठाकुर ने इस कथित फ़ोन कांड की सूचना मीडिया के माध्यम से पूरी दुनिया  को तो दी पर जिस कार्यालय में बैठकर अमिताभ ने यह फोनकॉल रिसीव की उस ऑफिस को ही इस घटना की सूचना नहीं दी

दरअसल मैंने बीते  13 जुलाई को यूपी के सिविल डिफेंस निदेशालय के जन सूचना अधिकारी को एक आरटीआई दायर कर आरटीआई के बिंदु संख्या 5 पर चाहा  था कि बीते 10 जुलाई को  अमिताभ ठाकुर द्वारा  उनको  कथित  रूप से  सपा मुखिया  मुलायम सिंह यादव द्वारा  धमकी देने के सम्बन्ध में सिविल डिफेंस निदेशालय में सूचना देने के लिए दिए गए पत्रों /शिकायतों की सत्यापित प्रतियाँ मुझे दी जाएँ।

मेरी इस  आरटीआई पर यूपी के सिविल डिफेंस निदेशालय के जन सूचना अधिकारी और स्टाफ अधिकारी आन सिंह बिष्ट ने बीते 27 जुलाई को जो  जबाब दिया है वह वेहद  चौंकाने बाला है। आन सिंह बिष्ट के जबाब के अनुसार अमिताभ ठाकुर ने नागरिक सुरक्षा निदेशालय यानी जिस कार्यालय में बैठे होने पर  अमिताभ ने यह फोनकॉल रिसीव की,  उस कार्यालय  को ही इस घटना की सूचना नहीं दी है ।

मेरे अनुसार अमिताभ ठाकुर द्वारा  इस कथित फ़ोन कांड की सूचना मीडिया के माध्यम से पूरी दुनिया  को तो देने  पर उस कार्यालय को ही  न देने जिस कार्यालय में बैठकर अमिताभ ने यह फोनकॉल रिसीव की हो, कर्मचारी आचरण नियमों के परिपेक्ष्य में  एक लोकसेवक के रूप में अमिताभ ठाकुर की कार्यप्रणाली पर पर प्रश्नचिन्ह अवश्य लगाता है। हम यूपी के सीएम और गवर्नर को पत्र लिखकर अमिताभ के इस कृत्य की सूचना भेज रहे हैं।


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