Sanjay Sharma<tahririndia@gmail.com> | Thu, Feb 5, 2015 at 11:00 PM |
To: presidentofindia <presidentofindia@rb.nic.in>, hshso <hshso@nic.in>, cenvigil@nic.in | |
Letter No. : TAHRIR/2014-15/150205/03 Date : 05-02-2015
============================== सेवा में, 1- श्री प्रणब मुखर्जी राष्ट्रपति - भारत सरकार नई दिल्ली , भारत presidentofindia@rb.nic.in 2- श्री राजनाथ सिंह-गृहमंत्री - भारत सरकार द्वारा श्री एल. सी. गोयल , गृह सचिव - भारत सरकार नई दिल्ली , भारत hshso@nic.in 3- श्री राजीव सतर्कता आयुक्त ,केन्द्रीय सतर्कता आयोग सतर्कता भवन , ए ब्लॉक , जीपीओ कॉंप्लेक्स , आई एन ए , नई दिल्ली – 110023 cenvigil@nic.in विषय : पूर्व केन्द्रीय गृह सचिव अनिल गोस्वामी द्वारा सारधा घोटाले के आरोपी पूर्व केंद्रीय मंत्री मतंग सिंह की गिरफ्तारी रुकवाने के लिए सीबीआई पर दवाब बनाने का अनैतिक एवं आपराधिक कृत्य करने के लिए अनिल गोस्वामी को पद के दुरुपयोग , प्रशासनिक और दांडिक कदाचरण और मतंग सिंह के अपराध को छुपाने का अभियुक्त बनाकर भारत में प्रचलित विधियानुसार दंडित करने के संबंध में महोदय, कृपया पूर्व केंद्रीय गृह सचिव अनिल गोस्वामी द्वारा सारधा घोटाले के आरोपी पूर्व केंद्रीय मंत्री मतंग सिंह की गिरफ्तारी रुकवाने के लिए सीबीआई पर दवाब बनाने के अनैतिक एवं आपराधिक कृत्य के सन्दर्भ से अवगत कराना है कि अनिल गोस्वामी के लिए स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति दे देना तो उनके अपराधों पर परदा डालकर एक गंभीर अपराधी को छोड़ देने जैसा है जो भारत के क़ानून के अंतर्गत किसी भी रूप में ग्राह्य नही है l पूर्व केंद्रीय गृह सचिव अनिल गोस्वामी को तत्काल स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति मिल जाना तो गोस्वामी के ग़लत कृत्यों को संरक्षण देने जैसा है जो उन जैसे भ्रष्ट नौकरशाहो को भी ऐसे दुस्साहसिक अनैतिक कृत्यों को कर निजी लाभ कमाने के लिए प्रेरित ही करेगा जो पहले से ही विकराल हो रही भ्रष्ट व्यवस्था को और भी पुष्ट करेगा l हमारा मानना है कि पूर्व केंद्रीय गृह सचिव अनिल गोस्वामी द्वारा जानबूझकर व्यक्तिगत लाभ अर्जित करने हेतु किए गये दुराचरण के विषय में कोई भी दंड दिया ही नहीं गया है और अनिल गोस्वामी को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति देकर छोड़ देना ऐसा है कि मानो हत्या के किसी आरोपी को एक शहर छोड़कर जाने मात्र को कह दिया जाए l ऐसे में हमारी माँग है कि पूर्व केन्द्रीय गृह सचिव अनिल गोस्वामी द्वारा सारधा घोटाले के आरोपी पूर्व केंद्रीय मंत्री मतंग सिंह की गिरफ्तारी रुकवाने के लिए सीबीआई पर दवाब बनाने का अनैतिक एवं आपराधिक कृत्य करने के लिए अनिल गोस्वामी को पद के दुरुपयोग , प्रशासनिक और दांडिक कदाचरण और मतंग सिंह के अपराध को छुपाने का अभियुक्त बनाकर भारत में प्रचलित विधियानुसार दंडित करने कराया जाए ताकि भारत की विशिष्ट मानी जाने बाली इन अखिल भारतीय सेवायों के अन्य अधिकारी भविष्य में ऐसे ग़लत कारनामों को सरअंजाम देने का दुस्साहस न कर सकें l अपेक्षाओं सहित सादर प्रेषित l Sanjay Sharma سنجے شرما संजय शर्मा (संस्थापक एवं अध्यक्ष) ( Founder & Chairman) Transparency, Accountability & Human Rights Initiative for Revolution ( TAHRIR ) 101,Narain Tower,F Block, Rajajipuram Lucknow,Uttar Pradesh-226017 Facebook : https://www.facebook.com/ Website :http://tahririndia.blogspot. E-mail : tahririndia@gmail.com Twitter Handle : @tahririndia Mobile : 9369613513 TAHRIR ( Transparency, Accountability & Human Rights initiative for revolution ) is a Bareilly/Lucknow based Social Organization, working at grass-root level by taking up & solving issues related to strengthening transparency & accountability in public life and protection of Human Rights in India. तहरीर (पारदर्शिता, जवाबदेही और मानवाधिकार क्रांति के लिए पहल ) भारत में लोक जीवन में पारदर्शिता संवर्धन, जबाबदेही निर्धारण और आमजन के मानवाधिकारों के संरक्षण के हितार्थ जमीनी स्तर पर कार्यशील संस्था है l |
Thursday, February 5, 2015
पूर्व केन्द्रीय गृह सचिव अनिल गोस्वामी द्वारा सारधा घोटाले के आरोपी पूर्व केंद्रीय मंत्री मतंग सिंह की गिरफ्तारी रुकवाने के लिए सीबीआई पर दवाब बनाने का अनैतिक एवं आपराधिक कृत्य करने के लिए अनिल गोस्वामी को पद के दुरुपयोग , प्रशासनिक और दांडिक कदाचरण और मतंग सिंह के अपराध को छुपाने का अभियुक्त बनाकर भारत में प्रचलित विधियानुसार दंडित करने के संबंध में.
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