यूपी : पारदर्शिता
की बात करने
बालों को ही
पारदर्शिता से परहेज.
पर उपदेश कुशल बहुतेरे.
शायद आपने सुना तो बहुत होगा पर अब देखना चाहें तो देख भी लीजिए . जनपक्षधर्ता की बात
करने बाले आईपीएस
अमिताभ ठाकुर को भी
अचल संपत्ति की
घोषणा से परहेज है.
क्या यूपी आईपीएस
अमिताभ ठाकुर के खाने
और दिखाने के
दाँत अलग अलग
हैं? भारत
सरकार के गृह
मंत्रालय के अनुसार
अमिताभ ठाकुर ने वर्ष
२०१२,२०१३ और
२०१४ में अचल
संपत्ति की घोषणा
नहीं की है.
आख़िर ऐसा क्या
है जिसकी बजह
से अमिताभ अपनी
अचल संपत्ति की
घोषणा करने से
डर रहे हैं और
अपना मुँह छुपाते
घूम रहे हैं.
शायद 'तहरीर' द्वारा की
गयी शिकायत के
बाद चले सरकारी
चाबुक के बाद
ही अन्य बेशर्मों
के साथ ठाकुर साहब को
भी कुछ शर्म
आए और वे
सरकारी क़ायदे-क़ानूनों का
खुद भी अनुपालन
करना सीखें.
यूपी आईपीएस अधिकारियों की
शिकायत यहाँ से
डाउनलोड कर सकते
है. :
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