Letter No. : TAHRIR/2015-16/150706-1 Date
: 06-07-2015
सेवा में,
श्री अखिलेश यादव
माननीय मुख्यमंत्री - उत्तर प्रदेश
लखनऊ, उत्तर प्रदेश, भारत।
विषय : यूपी आईपीएस अमिताभ ठाकुर द्वारा छुपाई गई अचल संपत्तियों तथा सेवाकाल में अर्जित चल और अचल सम्पत्तियों को क्रय/ अर्जित करने के धन के स्रोतों के सम्बन्ध में विजीलैंस (सतर्कता) जाँच कराने के सम्बन्ध में
महोदय,
अवगत कराना है कि 1992 बैच के आईपीएस अफसर श्री अमिताभ ठाकुर ने वर्ष 2010 में केंद्रीय गृह मंत्रालय को अपनी अचल संपत्ति की जानकारी (इम्मूवेबिल प्रोपर्टी रिटर्न) में बताया था कि उनके और उनकी पत्नी श्रीमती नूतन ठाकुर के नाम से लखनऊ व बिहार में दस संपत्तियां थीं, जिसमें राजधानी के गोमतीनगर स्थित विरामखंड में एक एचआईजी मकान, खरगापुर में पांच प्लाट व उजरियांव में एक पांच हजार स्क्वायर फिट में मकान भी थे।उनके पास इसके अलावा बिहार के मुजफ्फरपुर, पटना, सीतामढ़ी में भी उनके पास मकान व कृषि भूमि थी। इन सभी संपत्तियों से उनकी वार्षिक आय दो लाख 88 हजार 390 रुपये थी।
अमिताभ ठाकुर ने बाद के वर्षो में दाखिल किए गए अपने आईपीआर में अपने
नाम केवल दो संपत्तियां ही होने का दावा किया है
और वह बाकी
आठ संपत्तियों की जानकारी छुपा रहे हैं ।
इस पूरे प्रकरण
की जांच के लिए हमने राज्यपाल को पत्र लिखा था, जिस पर राज्यपाल ने कार्यवाही करते
हुए इस प्रकरण को जांच के लिए नागरिक सुरक्षा के महानिदेशक को भेज दिया था किन्तु तीन माह बीत जाने पर भी नागरिक सुरक्षा के महानिदेशक ने इस सम्बन्ध में की गयी कार्यवाही
की कोई भी सूचना हमें नहीं दी है।हमारे द्वारा माननीय
राज्यपाल और नागरिक
सुरक्षा के महानिदेशक को तथा राज्यपाल द्वारा
नागरिक सुरक्षा के महानिदेशक को प्रेषित पत्रों
की छाया प्रतियां सुलभ सन्दर्भ हेतु संलग्न हैं।
अतः विस्तृत
लोकहित में यह शिकायत आपके सम्मुख इस आशय से प्रेषित है कि अमिताभ ठाकुर के द्वारा
छुपाई गई अचल संपत्तियों तथा सेवाकाल
में अर्जित चल और अचल सम्पत्तियों को क्रय/ अर्जित करने के धन के स्रोतों के सम्बन्ध में विजीलैंस (सतर्कता)
जाँच कराने की नियमपूर्ण कार्यवाही कराकर अमिताभ ठाकुर को सुसंगत नियमों के अंतर्गत दण्डित कराना चाहेंगे।
सादर।
भवदीय
Sanjay
Sharma سنجے شرما संजय शर्मा
(संस्थापक एवं अध्यक्ष)
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