Monday, July 13, 2015

श्री अमिताभ ठाकुर ( आईपीएस ) संयुक्त निदेशक नागरिक सुरक्षा द्वारा आकस्मिक अवकाश की अवधि में भी अपने सरकारी वाहन की लॉग बुक की प्रविष्टियों में कूटरचना करने , सामाजिक संस्थाएं बनाकर धन-उगाही करने, कार्यालय समय में अपने और अपनी पत्नी नूतन ठाकुर के एनजीओ 'नेशनल आरटीआई फोरम','पीपल्स फोरम' आदि के कार्य कर , उच्च न्यायलय की याचिकाएं तैयार कर,आरटीआई का कार्य कर तथा बिना अवकाश लिए सूचना आयोगों एवं न्यायालयों की सुनवाइयों, सामाजिक कार्यक्रमों में शामिल होकर सरकारी संसाधनों एवं पद का दुरुपयोग अपने व्यक्तिगत स्वार्थों के लिए करने की जांच और दंडात्मक कार्यवाही कराने के सम्बन्ध में ।

सेवा में,
श्री अखिलेश यादव
माननीय मुख्यमंत्री - उत्तर प्रदेश
लखनऊ, उत्तर प्रदेश, भारत।  

विषय : श्री अमिताभ ठाकुर ( आईपीएस ) संयुक्त निदेशक नागरिक सुरक्षा द्वारा आकस्मिक अवकाश की अवधि में भी अपने  सरकारी वाहन की लॉग बुक की प्रविष्टियों में कूटरचना करने , सामाजिक संस्थाएं बनाकर धन-उगाही करने, कार्यालय समय में अपने और अपनी पत्नी नूतन ठाकुर के एनजीओ 'नेशनल आरटीआई फोरम','पीपल्स फोरम' आदि के कार्य कर , उच्च न्यायलय की याचिकाएं तैयार कर,आरटीआई का कार्य कर तथा बिना अवकाश लिए सूचना आयोगों एवं न्यायालयों की सुनवाइयों, सामाजिक कार्यक्रमों में शामिल होकर सरकारी संसाधनों एवं पद का दुरुपयोग अपने व्यक्तिगत स्वार्थों के लिए करने की जांच और दंडात्मक कार्यवाही  कराने  के सम्बन्ध में ।

महोदय,
मेरी एक आरटीआई से उजागर हुआ था कि श्री अमिताभ ठाकुर द्वारा  आकस्मिक अवकाश की अवधि में भी अपने  सरकारी वाहन की लॉग बुक की प्रविष्टियों में कूटरचना की गयी थी जिसकी शिकायत नागरिक सुरक्षा के महानिदेशक को दिनांक 25 -02 -2015 को की गयी थी।

हमें हमारी संस्था की हेल्पलाइन पर आई फ़ोन-कॉल्स से ज्ञात हुआ है क़ि यूपी के आईपीएस श्री अमिताभ ठाकुर द्वारा अपनी पत्नी नूतन ठाकुर के साथ मिलकर  'नेशनल आरटीआई फोरम','पीपल्स फोरम' पीके-ओएमजी ट्रस्ट आदि नामों से अनेकों सामाजिक संस्थाएं बनाकर धन-उगाही की जा रही है।    हमें ज्ञात हुआ है क़ि श्री अमिताभ ठाकुर द्वारा कार्यालय समय में इन कथित सामाजिक संस्थाओं के कार्य किये जाते हैं,उच्च न्यायलय की याचिकाएं तैयार की जाती हैं,आरटीआई का कार्य किया जाता है तथा श्री अमिताभ ठाकुर प्रायः ही बिना अवकाश लिए सूचना आयोगों एवं न्यायालयों की सुनवाइयों में शामिल होकर सरकारी संसाधनों एवं पद का जमकर दुरुपयोग कर रहे हैं।अमिताभ ठाकुर द्वारा कार्यालय समय में कार्यालय के और अपने निजी इंटरनेट कनेक्शन के द्वारा अपने,अपनी पत्नी अधिवक्ता नूतन ठाकुर के और कई एनजीओ के कार्य किए जाते हैं जिनमें ई-मेल भेजना,सोशल मीडीया पर पोस्ट डालना,ब्लॉग लिखना,व्यक्तिगत रिट,पीआईएल,आरटीआई आदि टाइप करना शामिल हैं ।समाचार पत्रों के माध्यम से सामाजिक संगठन 'तहरीर'  संज्ञान में यह अनियमितता भी आयी है कि श्री अमिताभ ठाकुर द्वारा कार्यालय समय में  और बिना अवकाश लिए हुए ही सामाजिक कार्यक्रमों में शिरकत की जाती है  और इस प्रकार जनता के पैसों से वेतन लेने बाला ये लोकसेवक सरकारी समय में व्यक्तिगत कार्य करता है और इस प्रकार पद का दुरुपयोग भी करता है। इस सम्बन्ध में  नागरिक सुरक्षा के महानिदेशक को दो शिकायतें क्रमशः दिनांक 22  -05  -2015 और 30-05-15 को की गयी थी।

यद्यपि अमिताभ ठाकुर एक  लोकसेवक हैं  और सरकारी कर्मचारी आचरण नियमावली के अनुसारश्रीमती  नूतन ठाकुर भी कानूनी रूप से एक लोकसेवक है किन्तु इन दोनों के द्वारा सरकार के कार्यों का  मीडिया के  माध्यम से विरोध करके आचरण नियमावली के   प्रतिकूल आचरण किया जा रहा है। नागरिक सुरक्षा निदेशालय के  जनसूचना अधिकारी ने अपने पत्र  संख्या 162 दिनांक 30 -01 -15 के द्वारा स्थिति स्पष्ट भी की है।

नेपाल केंद्रीकृत भूकंप  के संबंध में अपने पदीय दायित्वों का सम्यक निर्वहन न करके  महज  सस्ती लोकप्रियता पाने के उद्देश्य से अपने कार्यों को बढ़ा-चढ़ाकर मीडिया में दिखाने  के असत्य अभिकथन करने के कृत्यों की भर्त्सना करने के लिए मैंने दिनांक 08-07-15  को श्री अमिताभ  ठाकुर की भर्त्सना करते हुए सांकेतिक 'भर्त्सना राशि' 20 रुपये प्रेषित  की है।

सुलभ सन्दर्भ हेतु उपरोक्त  वर्णित सभी शिकायतों और श्री ठाकुर और उनकी पत्नी के कथित सामाजिक संगठनों से सम्बंधित समाचारों की छायाप्रतियां इस पत्र के साथ संलग्न कर  प्रेषित हैं।

महोदय सहमत होंगे कि यदि सभी लोकसेवक अमिताभ  ठाकुर की मानिंद व्यवहार करने लगें तो  निश्चित ही सभी सरकारी व्यवस्थाएं नष्ट  हो जाएंगी और जनमानस त्राहि-त्राहि करने लगेगा ।आपसे अनुरोध है कि उपरोक्त के संबंध में विभागीय जाँच और यूपी पुलिस की साइबर-सेल द्वारा  सभी कंप्यूटर की हार्ड-डिस्क, कार्यालय में बैठकर इंटरनेट से किए गये कम्यूनिकेशन्स, इनके ई-मेल ,सोशल मीडीया और ब्लॉग  की पोस्ट की फोरेन्सिक जाँच कराकर जाँच रिपोर्ट के आधार पर सरकारी संसाधनों की दिनदहाड़े डकैती डालने बाले इस आईपीएस लोकसेवक को नियमानुसार विभागीय नियमों एवं आईपीसी के तहत क़ानूनी कार्यवाही कराकर दंडित करायें ।

सादर।
भवदीय

Sanjay Sharma سنجے شرما संजय शर्मा
(संस्थापक एवं अध्यक्ष)

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