मैंने यूपी
कैडर के आईपीएस अमिताभ ठाकुर, जो
यूपी सिविल डिफेन्स निदेशालय में संयुक्त निदेशक के पद पर कार्यरत हैं, द्वारा लोकसेवक
होते हुए भी अपने पदीय दायित्वों का सम्यक निर्वहन न करने और महज सस्ती लोकप्रियता पाने के उद्देश्य से अपने कार्यों
को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाने के असत्य अभिकथन करने
के लिए सांकेतिक 'भर्त्सना राशि' 20 रुपये का प्रेषण किया है। मेरी एक आरटीआई में नेपाल केंद्रीकृत भूकंप राहत
कार्यों में आईजी की कथनी-करनी में अन्तर उजागर
होने पर मैंने विस्तृत लोकहित में यह कदम उठाया है।
मैंने इस
सम्बन्ध में अमिताभ को एक पत्र भेजकर उनको आइना दिखाते हुए लिखा है कि वे भिज्ञ हैं कि वे प्रायः ही सिविल डिफेन्स संगठन के प्रवक्ता के रूप
में अपने आपको बेहद संजीदा दिखाने का नाटक
करते दिखाई देते हैं फिर चाहें वह सिविल डिफेन्स
का स्थापना दिवस हो,झंडारोहण हो या सिविल डिफेन्स एक्ट का पूरी तरह अनुपालन करने की
शपथ हो किन्तु दुर्भाग्यपूर्ण है कि वास्तविक आपदा, जैसी कि अभी नेपाल भूकम्प के रूप में आयी थी, के आपदा प्रबंधन में
उनकी कोई भूमिका नहीं रही। वह भी तब जबकि सरकार
ने उनको आईआईएम से प्रबन्धन की शिक्षा जनता
के पैसों से, शिक्षा अवधि में उनसे बिना कोई
काम लिए दिलाई थी। मैंने अमिताभ को बताया है कि शायद यह शिक्षा जनता की सेवा के लिए दिलाई गयी थी न कि अपने पब्लिसिटी मैनेजमेंट
के लिए।
गौरतलब
है कि मेरी एक आरटीआई पर उत्तर प्रदेश नागरिक
सुरक्षा निदेशालय के जन सूचना अधिकारी सुरेंद्र सिंह नेगी ने मुझे बताया था
कि नेपाल केंद्रीकृत भूकंप के संबंध
में नागरिक सुरक्षा नगरों को 3 पत्र भेजने के अलावा नागरिक सुरक्षा निदेशालय ने न तो निदेशालय पर कोई बैठक ही आहूत की और न ही जिलेवार
कोई राहत टीम ही भेजी गयी. नेगी ने यह भी बताया है कि नागरिक सुरक्षा निदेशालय ने नेपाल
केंद्रीकृत भूकंप के संबंध में न तो कोई राहत
सामग्री या राहत धनराशि भेजी है और न ही इस हेतु कोई खरीद ही की गयी है . इससे स्पष्ट
था कि मीडिया के माध्यम से बड़े -बड़े दावे करने
बाले अमिताभ भी भयंकर आपदा के इस मामले आराम
फरमाते रहे और इस भयंकर आपदा के प्रबंधन के
लिए उन्होंने भी कुछ
नहीं किया ।
भारत द्वारा विश्व कप के सेमीफाइनल में टीम इंडिया की हार से
अमिताभ द्वारा बहुत खुश होकर टीम
इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धौनी के घर 'धन्यवाद' के रूप 1000 रुपये का चेक तक भिजवा
देने और आज़म खान के भैंस चोर को गिरफ्तार करने
वाले मुरादाबाद जिले के मूंढापांडे थानाध्यक्ष रविन्द्र तोमर को 100 रुपये का चेक
‘इनाम’ के तौर पर भेजने बाली उनकी पत्नी नूतन ठाकुर के इन कृत्यों से प्रेरित होकर ही मैंने यह सांकेतिक 'भर्त्सना राशि' 20 रुपये का भारतीय पोस्टल आर्डर अमिताभ को यह याद
दिलाने के लिए प्रेषित किया है कि मेरे जैसे
आम नागरिकों के पैसों से वेतन लेने बाले अमिताभ अपने कर्तव्यों का निर्वहन
उत्साह, तत्परता , ख़ुशी, अपनापन और
निष्ठा की भावना से करें न कि महज सस्ती लोकप्रियता पाने की भावना से
।
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