Thursday, January 29, 2015

CBI inquiry sought in Unnao ( UP ) ‘Floating dead bodies in Ganga ‘ & 'Skeletons-in-Police-Lines-Complex' exposures by Lucknow NGO ‘TAHRIR’ .



Lucknow based NGO ‘TAHRIR’ has sought a CBI inquiry in Unnao ( UP ) ‘Floating dead bodies in Ganga ‘ & 'Skeletons-in-Police-Lines-Complex' exposures.

Please find herewith the memorandum as sent to President of India, Union Home Minister, Governor of UP, CM of UP, CS of UP, DGP of UP & NHRCby TAHRIR.


Sanjay Sharma

<tahririndia@gmail.com>
Thu, Jan 29, 2015 at 8:13 PM
To: presidentofindia <presidentofindia@rb.nic.in>, hshso <hshso@nic.in>, hgovup <hgovup@gov.in>, hgovup <hgovup@up.nic.in>, hgovup <hgovup@nic.in>, cmup <cmup@nic.in>, cmup <cmup@up.nic.in>, covdnhrc <covdnhrc@nic.in>, ionhrc <ionhrc@nic.in>, csup <csup@up.nic.in>, uppcc-up <uppcc-up@nic.in>, uppcc <uppcc@up.nic.in>, dgp <dgp@up.nic.in>


Letter No. : TAHRIR/2014-15/150129/06                                                        Date : 29-01-2015
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सेवा में,
1-      श्री प्रणब मुखर्जी
राष्ट्रपति - भारत सरकार
नई दिल्ली , भारत
2-      श्री राजनाथ सिंह-गृहमंत्री - भारत सरकार
द्वारा श्री अनिल गोस्वामी ( गृह सचिव )
नई दिल्ली , भारत
3-      श्री  राम नाइक
उत्तर प्रदेश के राज्यपाल
लखनऊ, उत्तर प्रदेश, भारत, पिन कोड -226001
4-      श्री  अखिलेश  यादव
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री
लखनऊ, उत्तर प्रदेश, भारत, पिन कोड -226001
5-      अध्यक्ष - राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग,
मानव अधिकार भवन, ब्लॉक-सी, जी.पी.ओ. कम्प्लेक्स
आई.एन.ए., नई दिल्ली - 110023
6-      श्री  अलोक रंजन
उत्तर प्रदेश के मुख्यसचिव
लखनऊ, उत्तर प्रदेश, भारत, पिन कोड -226001
7-      पुलिस महानिदेशक
उत्तर प्रदेश पुलिस मुख्यालय
लखनउ

विषय :उन्नाव में पहले सैकड़ों शव और अब सैकड़ों नर कंकाल मिलने के
मामलों में सत्ताधारी पार्टी द्वारा पुलिस संरक्षण में अपने राजनैतिक
प्रतिद्वंदियों अथवा सामाजिक/मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की राजनैतिक लाभ के
लिए कराई गयी हत्याओं के परिणाम होने की संभावना के मद्देनज़र सभी जिलों
के जिलाधिकारियों के माध्यम से सूबे के बंद पड़े सभी सरकारी कक्षों की
तत्काल जाँच कराकर ऐसे सभी प्रकरणों को सामने लाने और मामलों की सीबीआई
जाँच कराने की मांग

महोदय,
तहरीर (पारदर्शिता, जवाबदेही और मानवाधिकार क्रांति के लिए पहल  )  भारत
में लोक जीवन में पारदर्शिता संवर्धन, जबाबदेही निर्धारण और आमजन के
मानवाधिकारों के संरक्षण के हितार्थ  जमीनी स्तर पर कार्यशील संस्था  है
l

कृपया आज उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले के पुलिस लाइन कैंपस में भारी
तादाद में नरकंकाल  (मानव खोपड़ी और हड्डियां ) मिलने के मामले के संबंध
में अवगत कराना है कि ये नरकंकाल एक बंद पड़े अस्पताल के विसरा कक्ष से
मिले हैं। इन नरकंकालों को 8-10 बोरियों में बंद करके रखा गया है। पुलिस
का कहना है कि यहां पहले एक अस्पताल था जिसमें पोस्टमॉर्टम होता था। इस
अस्पताल को बंद हुए 15 साल हो गए हैं। जिस कमरे में ये नरकंकाल मिले हैं,
उसके करीब ही पुलिस बैरेक , महिला थाना , सर्वेंट क्वार्ट्स और पुलिस
स्टेशन भी है।

महोदय भिग्य होंगे कि इससे पहले कानपुर के विठूर और उन्नाव के बॉर्डर पर
परियर गांव से सटे परियर घाट पर गंगा नदी में सैकड़ों शव, उनके अवशेष और
कंकाल तैरते मिले थे । इतने कम अंतराल पर इस प्रकार के खुलासे किसी बड़े
षडयंत्र की ओर संकेत कर रहे हैं l संभव है कि ऐसे ही मामले अन्य जिलों
में भी हों जिनका खुलासा होना बाकी हो ।

प्रदेशकी बदहाल क़ानून व्यवस्था के मद्देनज़र हमारा अंदेशा है कि ये शव
सत्ताधारी पार्टी द्वारा पुलिस संरक्षण में अपने राजनैतिक प्रतिद्वंदियों
अथवा सामाजिक/मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की राजनैतिक लाभ के लिए कराई गयी
हत्याओं के परिणाम भी हो सकते है ।बिना अंतिम संस्कार हुए मृतकों के शवों
की ऐसी दुर्गति मानवाधिकारों उल्लंघन का सर्वाधिक बीभत्स रूप है ।

अतः आपसे  अनुरोध है कि इससे पहले कानपुर के विठूर और उन्नाव के बॉर्डर
पर परियर गांव से सटे परियर घाट पर गंगा नदी में सैकड़ों शव, उनके अवशेष
और कंकाल मिलने के संबंध में कराई गयी जाँचों की रिपोर्टोको तत्काल
सार्वजनिक करते हुए नर   कंकाल मिलने की घटना का संज्ञान लेकर प्रदेश के
सभी जिलों के जिलाधिकारियों के माध्यम से बंद पड़े सभी सरकारी कक्षों की
तत्काल जाँच कराकर ऐसे सभी प्रकरणों को सामने लाने की कार्यवाही करें ।

साथ ही साथ गंगा में मिली लाशों और उन्नाव में मिले नर कंकालों के इस
प्रकरण की जाँच  मानवाधिकारों के  उल्लंघन के मद्देनज़र, प्रदेश की
बदहाल क़ानून व्यवस्था के मद्देनज़र और सत्ताधारी पार्टी द्वारा पुलिस
संरक्षण में अपने राजनैतिक प्रतिद्वंदियों अथवा सामाजिक/मानवाधिकार
कार्यकर्ताओं की हत्याओं के परिणाम होने की संभावना के मद्देनज़र सभी
जिलों के जिलाधिकारियों के माध्यम से सूबे के सभी जिलों के बंद पड़े सभी
सरकारी कक्षों की तत्काल जाँच कराकर ऐसे सभी प्रकरणों को सामने लाने और
इन सभी मामलों की सीबीआई जाँच कराने की कृपा करें ।

अपेक्षाओं  सहित सादर प्रेषित l

Sanjay Sharma سنجے شرما संजय शर्मा
(संस्थापक एवं अध्यक्ष)
( Founder & Chairman)
Transparency, Accountability & Human Rights Initiative for Revolution
( TAHRIR )
101,Narain Tower,F Block, Rajajipuram
Lucknow,Uttar Pradesh-226017
Facebook : https://www.facebook.com/sanjay.sharma.tahrir
Website :http://tahririndia.blogspot.in/
E-mail : tahririndia@gmail.com
Twitter Handle : @tahririndia
Mobile : 9369613513


 TAHRIR ( Transparency, Accountability & Human Rights initiative for
revolution ) is a Bareilly/Lucknow based Social Organization, working
at grass-root level by taking up & solving issues related to
strengthening transparency & accountability in public life and
protection of Human Rights in India.   तहरीर (पारदर्शिता, जवाबदेही और
मानवाधिकार क्रांति के लिए पहल  )  भारत में लोक जीवन में पारदर्शिता
संवर्धन, जबाबदेही निर्धारण और आमजन के मानवाधिकारों के संरक्षण के
हितार्थ  जमीनी स्तर पर कार्यशील संस्था  है  l

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