Saturday, October 31, 2015

सस्ती लोकप्रियता के लिए निरीह पीड़ितों को मूर्ख बनाना छोड़ें अमिताभ ठाकुर – नूतन ठाकुर l






 खबर आई है कि अमिताभ ठाकुर – नूतन ठाकुर ने अब हरदासपुर लखीमपुर खीरी जाकर शहीद दरोगा मनोज मिश्रा के परिवार की लड़ाई लड़ने और  और सीबीआई जांच कराकर ही दम लेने के सब्जबाग दिखाए हैं । साथ ही जियाउल हक की तरह 50 लाख का मुआवजा दिलाने और शहीद का दर्जा दिलाने के लिए पत्नी नूतन ठाकुर की तरफ से न्यायालय में नि:शुल्क याचिका दायर किये जाने का भी सब्जबाग दिखाया है l ऐसा महज इसलिए है क्योंकि शहीद दरोगा मनोज मिश्रा का प्रकरण अभी मीडिया की सुर्ख़ियों में है l

 इस लम्पट दम्पत्ति ने कुछ ऐसे ही सब्जबाग इलाहाबाद के वकील नवी अहमद की हत्या के आरोपी दरोगा शैलेन्द्र सिंह के परिवार को भी उस समय दिखाए थे जब वह मामला समाचारों  की  सुर्ख़ियों में था l जहाँ मामला समाचारों की सुर्ख़ियों से नदारद हुआ, यह दंपत्ति भी इस मामले में परिदृश्य से गायब हो गयी l बीते 29 अक्टूबर की खबर के मुताबिक बेचारे शैलेन्द्र की जमानत अर्जी फिर ख़ारिज हो गयी है और उसके खेवनहार होने का नाटक करने बाली यह ढोंगी दंपत्ति अब उसे छोड़कर शहीद दरोगा मनोज मिश्रा के परिवार को सब्जबाग दिखाकर सस्ती लोकप्रियता पाने की अपनी रोटियां सेंकने में लग गयी है l


 लखनऊ में 14 दिन चला बहराइच के शहीद आरटीआई कार्यकर्ता स्व० गुरु प्रसाद शुक्ल के परिवारीजनों का धरना गवाह है इन दोनों की मतलबपरस्ती का जिसमें इन दोनों में से किसी ने भी शिरकत नहीं की थी l    


 

आखिर यह दंपत्ति सस्ती लोकप्रियता के लिए निरीह पीड़ितों को मूर्ख बनाना कब छोड़ेगी और कम से कम एक मुद्दे को अंतिम न्याय दिलाने तक लडेगी ? राजनीति में जाने की उत्कट इच्छा और  निहित स्वार्थों के चलते शायद कभी नहीं क्योंकि लाशों पर चढ़कर आगे बढ़ना ही तो आज की राजनीति की पहचान है और इसी राजनीतिक गुण को चरितार्थ कर रही है समाजसेवा के नाम पर ढोंग करने बाली यह दंपत्ति l  






  


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