विशेष समाचार का सार ©TAHRIR : उत्तर प्रदेश
राज्य सूचना आयोग में महिला यौन-उत्पीडन मामलों की जांच के लिए समिति बनाने और आयोग की सभी कार्यवाहियों की ऑडियो-वीडियो रिकॉर्डिंग की आरटीआई कार्यकर्ताओं की मांगे न माने जाने पर आरटीआई भवन का
उद्घाटन करने को आने वाले हामिद अंसारी को आरटीआई कार्यकर्ताओं द्वारा काले झंडे
दिखाए जाने के सम्बन्ध में लखनऊ की समाजसेविका और येश्वर्याज सेवा संस्थान की सचिव उर्वशी शर्मा द्वारा प्रेषित
एक पत्र को भारत के उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने अपने सचिवालय के माध्यम से उचित
ध्यानाकर्षण हेतु उत्तर प्रदेश के चुनाव आयुक्त को प्रेषित किया है.
Lucknow/30 June 2016/ Written
by Sanjay Sharma ©TAHRIR
उत्तर प्रदेश राज्य सूचना आयोग के नए बने भवन का नाम ‘आरटीआई भवन’ रखा गया है.
सूबे का सूचना आयोग पिछले 11 अप्रैल से ही इस “आरटीआई भवन’ में पूरी तरह से कार्यशील हो चुका है.पहले इसका उद्घाटन पिछले 11
अप्रैल को होना था पर समाजसेविका उर्वशी शर्मा के नेतृत्व में टाल दिया गया.इसके
बाद इसका उद्घाटन आगामी 8 जुलाई को होना तय हुआ पर उर्वशी शर्मा के नेतृत्व में आरटीआई
कार्यकर्ताओं द्वारा आरटीआई भवन का उद्घाटन करने को आने वाले हामिद अंसारी को काले
झंडे दिखाए जाने के चलते उद्घाटन को टालकर
आगामी 15 जुलाई को नियत किया गया. आरटीआई कार्यकर्ताओं ने हार नहीं मानी और एक बार
फिर उर्वशी शर्मा के नेतृत्व में आरटीआई भवन का उद्घाटन करने को आने वाले हामिद
अंसारी को 15 जुलाई को काले झंडे दिखाए जाने की घोषणा कर दी और इस आशय का एक पत्र उपराष्ट्रपति
को भी भेज दिया.
उर्वशी ने बयाता कि उत्तर प्रदेश राज्य सूचना आयोग में महिला
यौन-उत्पीडन
मामलों की जांच के लिए उच्चतम न्यायालय के निर्देशानुसार विशाखा समिति बनाने और
आयोग की सभी कार्यवाहियों
की शत-प्रतिशत वीडियो
रिकॉर्डिंग कराने,इन
रिकॉर्डिंग्स को आईटी
एक्ट में प्राविधानित समय तक संरक्षित रखकर किसी भी पक्ष द्वारा मांगे जाने पर उपलब्ध कराने की आरटीआई कार्यकर्ताओं की मांगे न माने जाने पर आरटीआई भवन का
उद्घाटन करने को आने वाले हामिद अंसारी को आरटीआई कार्यकर्ताओं द्वारा काले झंडे
दिखाए जाने के सम्बन्ध में उनके द्वारा प्रेषित एक पत्र को भारत के उपराष्ट्रपति
हामिद अंसारी ने अपने सचिवालय के माध्यम से उचित ध्यानाकर्षण हेतु उत्तर प्रदेश के
चुनाव आयुक्त को प्रेषित किया है और इसकी सूचना उनको भी दी है.
राज्य सूचना आयोग की बदहाली पर बात करते हुए उर्वशी ने
बताया कि आरटीआई प्रयोगकर्ताओं द्वारा यूपी के लोक प्राधिकरणों के भ्रष्टाचार से
सम्बंधित सूचना मांगने के मामलों के आयोग में आने पर उत्तर प्रदेश के सूचना आयुक्त
राज्य सरकार के एजेंटो के रूप में कार्य करते हैं और ऐसी सूचनाएं सार्वजनिक होने
से रोकने के दुरुद्देश्य से आरटीआई प्रयोगकर्ताओं, जिनमें महिलायें भी शामिल
हैं,के साथ अपने स्टाफ और सुरक्षाकर्मियों के साथ मिलकर दुर्व्यवहार तो करते ही
हैं,साथ ही साथ उलटे इन्हीं पीड़ित आरटीआई
प्रयोगकर्ताओं को ‘सरकारी कार्य में बाधा डालने’ और ‘सूचना आयुक्तों से
दुर्व्यवहार’ करने जैसे आरोप लगाकर पुलिस कार्यवाही करा देते हैं l यूपी के सूचना आयुक्त आरटीआई एक्ट को जानते तो नहीं ही
हैं और यदि कोई आरटीआई आवेदक एक्ट के प्राविधानों का जिक्र करते हुए सूचना दिलाने
की मांग करता है तो सूचना आयुक्त उस पर ‘आरटीआई का धंधेबाज’ और ‘ब्लैकमेलर’ होने
जैसे आरोप लगाकर आवेदक द्वारा सुनवाई के दौरान बहस करने के संवैधानिक अधिकार को
स्वयं पर ‘बेजा दबाब’ बनाने की संघ्या
देते हैं और उसे बेइज्जत करके सुनवाई कक्ष से निकाल देते हैं l
बकौल उर्वशी जब तक उनकी मांगे मानी नहीं जाती हैं, उनका यह विरोध-आन्दोलन जारी
रहेगा.
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Sanjay Sharma is a Lucknow based freelancer and President
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