Monday, June 6, 2022

‘पब्लिक की आवाज़’ अखबार मामले में सही कौन ? RNI या लखनऊ पुलिस ?

लखनऊ / 06 जून 2022……………..

मीडिया को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहा जाता है. मीडिया की औपचारिक शुरुआत समाचार पत्रों से ही मानी जाती रही है. आज भी समाचार पत्र मीडिया का एक महत्वपूर्ण अंग हैं. बात उन्हीं समाचार पत्रों की हो रही है जिनके कन्धों पर देश और समाज को दर्पण दिखाकर उनको नैतिकता की कसौटी पर परखने का भारी-भरकम दायित्व है परन्तु क्या आज के समाचार पत्र स्वयं का चेहरा दर्पण में देखकर खुद को नैतिकता की उसी कसौटी पर कसने को तैयार हैं जिस कसौटी पर वह देश और समाज को कसने का कार्य  नित्य प्रति करते दिखाई देते हैं? यह वह यक्ष प्रश्न है जिसका उत्तर खोजा जाना नितांत आवश्यक है. यदि मीडिया की नित्यप्रति गिरती साख बचानी है तो मीडिया को खुद को भी नैतिकता की कसौटी पर कसना ही होगा.

 

इसी क्रम में अब लखनऊ से प्रकाशित हिंदी साप्ताहिक अखबार ‘पब्लिक की आवाज़’ की बात करते हैं. इस अखबार के सम्बन्ध में लखनऊ स्थित समाजसेवी इंजीनियर संजय शर्मा ने जब जानकारी इकट्ठी की तो सामने आया है कि भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक ( आरएनआई  ) की वेबसाइट के अनुसार इस समाचार पत्र के प्रकाशक,मुद्रक,संपादक का नाम पंडित हरि ओम शर्मा अंकित है. इस समाचार पत्र के प्रकाशक,मुद्रक,संपादक का पता और संपादन के स्थान का पता लखनऊ के अलीगंज के सेक्टर N स्थित C 23 प्लाट पर बनी बिल्डिंग को दर्शाया गया है जबकि लखनऊ पुलिस ने अपनी जांच में बताया है कि थाना विकासनगर  लखनऊ के अलीगंज के सेक्टर N स्थित C 23 प्लाट पर बनी बिल्डिंग एक आवासीय मकान है जिसमें वर्ष 2004 से वर्तमान तक हरि ओम शर्मा, जो कि पूर्व में दैनिक जागरण में कार्यरत थे और वर्तमान में रिटायर हैं और साहित्यकार हैं तथा अपने परिवार के साथ उक्त मकान में निवास कर रहे हैं उक्त मकान का प्रयोग किसी भी कामर्शियल बिल्डिंग के रूप में नहीं किया जा रहा है. गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के सूचना विभाग की वेबसाइट पर दी गई सूचना के अनुसार पंडित हरि ओम शर्मा सरकार से मान्यता प्राप्त पत्रकार भी हैं. 

 


इसी क्रम में अब लखनऊ से प्रकाशित हिंदी साप्ताहिक अखबार ‘पब्लिक की आवाज़’ की बात करते हैं. इस अखबार के सम्बन्ध में लखनऊ स्थित समाजसेवी इंजीनियर संजय शर्मा ने जब जानकारी इकट्ठी की तो सामने आया है कि भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक ( आरएनआई  ) की वेबसाइट के अनुसार इस समाचार पत्र के प्रकाशक,मुद्रक,संपादक का नाम पंडित हरि ओम शर्मा अंकित है. इस समाचार पत्र के प्रकाशक,मुद्रक,संपादक का पता और संपादन के स्थान का पता लखनऊ के अलीगंज के सेक्टर N स्थित C 23 प्लाट पर बनी बिल्डिंग को दर्शाया गया है जबकि लखनऊ पुलिस ने अपनी जांच में बताया है कि थाना विकासनगर  लखनऊ के अलीगंज के सेक्टर N स्थित C 23 प्लाट पर बनी बिल्डिंग एक आवासीय मकान है जिसमें वर्ष 2004 से वर्तमान तक हरि ओम शर्मा, जो कि पूर्व में दैनिक जागरण में कार्यरत थे और वर्तमान में रिटायर हैं और साहित्यकार हैं तथा अपने परिवार के साथ उक्त मकान में निवास कर रहे हैं उक्त मकान का प्रयोग किसी भी कामर्शियल बिल्डिंग के रूप में नहीं किया जा रहा है. गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के सूचना विभाग की वेबसाइट पर दी गई सूचना के अनुसार पंडित हरि ओम शर्मा सरकार से मान्यता प्राप्त पत्रकार भी हैं.

 

बकौल संजय ऐसे में बड़ा सवाल यह  खड़ा हो रहा है कि आखिर कैसे लखनऊ के अलीगंज के सेक्टर N स्थित C 23 प्लाट पर बनी जो बिल्डिंग आरएनआई भारत सरकार में  हिंदी साप्ताहिक अखबार ‘पब्लिक की आवाज़’ के प्रकाशक,मुद्रक,संपादक पंडित हरि ओम शर्मा के पते तथा संपादन के स्थान के रूप में दर्ज है तथा वही  बिल्डिंग लखनऊ पुलिस की जांच के अनुसार एक आवासीय मकान है जिसमें वर्ष 2004 से वर्तमान तक हरि ओम शर्मा, जो कि पूर्व में दैनिक जागरण में कार्यरत थे और वर्तमान में रिटायर हैं और साहित्यकार हैं तथा अपने परिवार के साथ निवास कर रहे हैं और उक्त मकान का प्रयोग किसी भी कामर्शियल बिल्डिंग के रूप में नहीं किया जा रहा है. देखने वाली बात यह भी है कि पुलिस की जांच में हिंदी साप्ताहिक अखबार ‘पब्लिक की आवाज़’ के सम्बन्ध में कोई भी बात नहीं कही गई है. संजय के अनुसार ये विरोधाभाषी तथ्य इस समाचार पत्र के प्रकाशन के सम्बन्ध में प्रथम दृष्टया संदेह पैदा कर रहे हैं.

 

संजय ने बताया कि वे इस मामले में आरएनआई भारत सरकार और उत्तर प्रदेश के सूचना विभाग को शिकायत प्रेषित करके  अखबार ‘पब्लिक की आवाज़’ के सर्कुलेशन इत्यादि के सम्बन्ध में गहनता से जांच कराकर नियमों के अंतर्गत कड़ी कार्यवाही का अनुरोध करेंगे.

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