लखनऊ/18 जुलाई 2024 ..........
भूख हड़ताल के दौरान दिवंगत हुए मथुरा के आरटीआई एक्टिविस्ट देवकी नंदन शर्मा के आरटीआई मुद्दों को लखनऊ के कंसलटेंट इंजीनियर संजय शर्मा द्वारा नए सिरे से उठाकर देवकी नंदन शर्मा के आरटीआई मामलों में अन्तर्निहित भ्रष्टाचार को उजागर करके दोषियों को सक्षम स्तरों से दण्डित कराने की बात सामने आई है.
लखनऊ के राजाजीपुरम क्षेत्र निवासी कंसलटेंट इंजीनियर संजय शर्मा ने अपने सोशल मीडिया फेसबुक पर बीते कल दिवंगत आरटीआई एक्टिविस्ट देवकी नंदन शर्मा को श्रद्धांजली देते हुए लिखा है :
“मैं मथुरा के 60 वर्षीय दिवंगत आरटीआई एक्टिविस्ट देवकी नंदन शर्मा के सभी आरटीआई मुद्दों को नए सिरे से उठाकर उनको मरणोपरांत न्याय दिलाने और देवकी नंदन शर्मा के सभी आरटीआई मामलों में अन्तर्निहित भ्रष्टाचार को उजागर करके दोषियों को सक्षम स्तरों से दण्डित कराने की पूरी कोशिश करूंगा.शायद बहुत अधिक लोगों को न पता हो कि उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले की मांट तहसील के गढ़ी गाँव निवासी देवकी नंदन शर्मा विगत 13 वर्षों से ग्राम्य विकास की योजनाओं का भ्रष्टाचार उजागर करने के लिए आरटीआई का प्रयोग कर रहे थे. लगभग 4 महीने तक भूख हड़ताल का सत्याग्रह करने के बाद विगत जून माह में वे भूख हड़ताल के दौरान ही स्वर्गवासी हो गए थे. देवकी नंदन शर्मा को इस प्रकार श्रद्धांजलि देने के इस पुनीत कार्य में देश-विदेश के जो आरटीआई एक्टिविस्ट मेरे सहयोगी बनना चाहें वे मुझे मोबाइल और व्हाट्सएप नंबर 8004560000 पर संपर्क कर सकते हैं.”
बताते चलें कि आरटीआई प्रोफेशनल संजय शर्मा आरटीआई क्षेत्र में मंहगी पेड सेवाएं देने के लिए जाने जाते हैं. https://tahririndia.blogspot.com/2024/07/english-l.html
संजय ने बताया कि वे रिजल्ट देने में विश्वास रखते हैं और इसीलिए आरटीआई क्षेत्र में भी अदालतों की तरह विधिक प्राविधानों और लेटेस्ट केस लॉज़ के साथ लिखा-पढ़ी करना अत्यधिक मेहनत चाहता है जिस कारण से मंहगी पेड सेवाएं देना उनकी मजबूरी है हालाँकि वे वृहद जनहित के मुद्दे अब भी निःशुल्क ही उठाते हैं.
बकौल संजय, उन्होंने देवकी नंदन शर्मा का मुद्दा निःशुल्क ही उठाने का निर्णय लिया है हालाँकि जनहित के इस प्रोजेक्ट को स्वेच्छा से फण्ड करने वालों से निर्धारित शुल्क प्राप्त करने से किसी भी प्रकार का गुरेज नहीं होने की बात भी संजय ने कही है.