लखनऊ/08 फरवरी 2018......................
यूपी कैडर के आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर पर अभिव्यक्ति की
आजादी के नाम पर सोशल मीडिया का दुरुपयोग कर सरकार की प्रचलित नीतियों की सार्वजनिक
निंदा करने, पुलिस प्रशासन का मनोबल तोड़कर सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश करने,
अधिकारी आचरण नियमावली का उल्लंघन करने और सोशल मीडिया द्वारा लोगों को सरकार के
खिलाफ भड़काकर आईपीसी के अंतर्गत अपराध करने का आरोप लग रहा है l राजधानी लखनऊ
निवासी आरटीआई कंसलटेंट इंजीनियर संजय शर्मा ने लोकसेवक अमिताभ पर यह आरोप लगाते हुए मामले की शिकायत सूबे
के मुखिया योगी आदित्यनाथ को भेजी है और अमिताभ को तत्काल निलंबित कर सेवा नियमों
के तहत जांच संस्थित करने और प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराकर ठाकुर का लैपटॉप और
मोबाइल जप्त कराते हुए फेसबुक अकाउंट की पोस्ट और उस पर आये कमेंट्स के आधार पर जांचोपरांत
कड़ी कार्यवाही करने की मांग की है l
संजय ने
बताया कि विभिन्न न्यूज़ वेबसाइट्स पर पोस्ट की गई ख़बरों से उन्हें पता चला कि आईजी अमिताभ ठाकुर ने लोकसेवक
होते हुए भी अपने फेसबुक पर दो कवितायें लिखकर योगी सरकार की कार्यप्रणाली पर सबालिया
निशान लगाते हुए सरकार और पुलिस का मनोबल तोड़ने का काम किया l बकौल संजय लोकसेवक
होने के नाते अमिताभ अपने सुझाव अपने उच्चधिकारी के माध्यम से तो सरकार को भेज
सकते हैं पर सार्वजनिक रूप से सोशल मीडिया के माध्यम से सरकार की नीतियों पर सबाल
नहीं उठा सकते हैं l
संजय ने
अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि अमिताभ ने फेसबुक पर सरकार की नीतियों के विरोध
में न केवल अपने फेसबुक पर कवितायें पोस्ट
की बल्कि इन कविताओं पर अनेकों लोगों को सरकार
और पुलिस का मनोबल तोड़ने वाले कमेंट करने के लिए उकसाते हुए राष्ट्र विरोधी कथन
करने वाले लोगों का समर्थन भी किया l संजय ने अमिताभ ठाकुर के इन कृत्यों को अपराधियों के हौसले बुलंद करने वाले ,पुलिस और सरकार का मनोबल तोड़ने वाले और सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वाले बताते हुए अमिताभ ठाकुर पर लोगों को सरकार के खिलाफ
विद्रोह करने के लिए भड़काकर राजद्रोह करने
का आपराधिक आरोप भी लगाया है l
अमिताभ पर अखिल भारतीय अधिकारी आचरण नियमावली का उल्लंघन करने
और सोशल मीडिया का दुरुपयोग कर भारतीय दंड संहिता के अंतर्गत अपराध करने का आरोप
लगाते हुए संजय ने योगी आदित्यनाथ समेत यूपी के मुख्य सचिव,डीजीपी और लखनऊ के
एसएसपी को शिकायत भेजकर ठाकुर को निलंबित
कर विभागीय कार्यवाही और आईटी एक्ट और राजद्रोह की धाराओं में प्रथम सूचना रिपोर्ट
दर्ज कराकर ठाकुर का लैपटॉप,मोबाइल जप्त कराके फेसबुक की पोस्ट और कमेंट्स के आधार पर जांचोपरांत कड़ी कार्यवाही
करने की मांग की है l
संजय ने बताया कि उन्हें विश्वास है कि योगी सरकार द्वारा बरेली
के डीएम के खिलाफ चल रही कार्यवाही की तर्ज पर ही अमिताभ के खिलाफ भी कार्यवाही शुरू
की जायेगी और अमिताभ ठाकुर की राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से नजदीकी और ठाकुर की
पत्नी आरटीआई एक्टिविस्ट डा. नूतन ठाकुर की भाजपा से नजदीकी की बजह से अमिताभ को
कोई नियम विरुद्ध राहत नहीं दी जायेगी l
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