Lucknow/15-02-2018…………………यूपी कैडर के आई.पी.एस. अधिकारी अमिताभ ठाकुर खुद को पारदर्शिता और जबाबदेही के क्षेत्र में कार्यशील बताते हैं l ठाकुर जब-तब अन्य लोकसेवकों और लोक प्राधिकरणों के क्रियाकलापों पर पारदर्शिता और जबाबदेही का पालन नहीं करने का आरोप मीडिया के माध्यम से लगाते रहते हैं पर अब राजधानी निवासी आरटीआई कंसलटेंट और इंजीनियर संजय शर्मा ने उत्तर प्रदेश रूल्स एंड मैनुअल्स के महानिदेशक कार्यालय में दायर की गई अपनी आरटीआई अर्जी पर आये सरकारी जबाबों के आधार पर अमिताभ ठाकुर पर खुद पारदर्शिता और जबाबदेही के मानकों का पालन नहीं करने का आरोप लगाते हुए इस मुद्दे पर अमिताभ को कटघरे में खड़ा कर दिया है l
संजय बताते हैं कि उन्होंने बीते 15 अप्रैल को उत्तर प्रदेश रूल्स एंड मैनुअल्स के महानिदेशक कार्यालय में एक आरटीआई अर्जी देकर अमिताभ ठाकुर द्वारा आईजी रूल्स एंड मैनुअल्स के पद पर काम करते हुए ली गई छुट्टियों,ली गईं सरकारी सुविधाओं, किये गए सराहनीय कार्यों, पुलिस रेगुलेशन में सुधार के लिए किये गए कार्यों आदि के सम्बन्ध में 15 बिन्दुओं पर सूचना माँगी थी l संजय ने बताया कि अमिताभ ठाकुर इस आरटीआई अर्जी को एक्ट की धारा 6(3) में निर्धारित 5 दिनों की अधिकतम में अंतरित नहीं कर पाए जिसके कारण उनको अमिताभ की शिकायत सूचना आयोग से करनी पड़ी जो आयोग में लंबित है l अमिताभ ने संजय को बताया कि संजय द्वारा माँगी गईं सूचना रूल्स एंड मैनुअल्स के महानिदेशक कार्यालय में उपलब्ध नहीं है और संजय की इस अर्जी को बीते 25 अप्रैल को मुख्यालय पुलिस महानिदेशक को ट्रान्सफर कर दिया l मुख्यालय पुलिस महानिदेशक कार्यालय के जन सूचना अधिकारी ने पुलिस महानिरीक्षक ( कार्मिक ) पद्मजा चौहान के पत्र द्वारा सूचना दी है l
पद्मजा ने संजय को बताया है कि क्योंकि अमिताभ ठाकुर ने उनको लिखकर दिया है कि आईजी रूल्स एंड मैनुअल्स के पद पर काम करते हुए उनके द्वारा ली गई छुट्टियों,ली गईं सरकारी सुविधाओं, किये गए सराहनीय कार्यों, पुलिस रेगुलेशन में सुधार के लिए किये गए कार्यों आदि के सम्बन्ध में संजय द्वारा माँगी गई 15 बिन्दुओं की सूचना में से किसी भी बिंदु की सूचना सार्वजनिक नहीं कीं जाएँ और इसीलिये पद्मजा ने धारा 11 की बात लिखते हुए माँगी गई सूचना में से कोई भी सूचना नहीं दी है l
अमिताभ ठाकुर द्वारा अन्य लोकसेवकों और लोक प्राधिकरणों के इसी प्रकार के क्रियाकलापों की सूचना RTI में खुद तो मांगने लेकिन खुद की सूचना देने से मना करने के आधार पर संजय ने ठाकुर पर पारदर्शिता और जबाबदेही के मुद्दे पर दोहरे मापदंड रखने का आरोप लगाया है l
आरटीआई विशेषज्ञ संजय ने बताया कि किसी लोकसेवक द्वारा ली गई छुट्टियों,ली गईं सरकारी सुविधाओं, किये गए सराहनीय कार्यों, पदीय दायित्वों के निर्वहन के लिए किये गए कार्यों की सूचनाएं व्यक्तिगत सूचना नहीं हैं और पारदर्शी और जबाबदेह तंत्र की स्थापना के लिए लोकसेवकों की ये सूचनाएं सार्वजनिक होना विस्तृत लोकहित की बात है और इसी आधार पर पद्मजा चौहान के निर्णय के खिलाफ आयोग में अपील करके सूचना सार्वजनिक कराने की बात कही है l