लखनऊ/सोमवार,28 नवम्बर 2022 ………………………………..
लोकतंत्र का चौथा स्तंभ माने जाने वाले मीडिया के प्रमुख अंग के रूप में समाचार पत्र लम्बे समय से देश और समाज को आईना दिखाकर लोकशाही को स्थापित करने में अग्रणी भूमिका निभाते चले आये हैं. हम सभी जानते हैं कि समाचार पत्रों की उत्पत्ति प्रिंटिंग प्रेसों में होती हैं इसीलिए अखबार छापने वाली प्रिंटिंग प्रेसों को भी लोकतंत्र के चौथे स्तंभ का एक हिस्सा ही माना जाता है लेकिन अब लोकतंत्र का यह चौथा स्तंभ खुद ही दागदार होता जा रहा है. बहुतायत समाचार पत्रों द्वारा घोषित प्रसार संख्या में फर्जीबाड़ा करके कुछेक प्रतियाँ छापने के मामले सामने आने के साथ ही अब इन अखबारों को छापने वाली प्रिंटिंग प्रेसों द्वारा फर्जीबाड़ा किये जाने के मामले भी सामने आने लगे हैं. ताज़ा मामला उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के थाना कृष्णानगर क्षेत्र स्थित कानपुर रोड एलडीए कॉलोनी के सेक्टर D-1 के आवास संख्या SS-2 बटा 1654 निवासी डा. संपत लाल साहू द्वारा नगर मजिस्ट्रेट लखनऊ के समक्ष झूंठा शपथपत्र देकर धोखाधड़ी और फ्रॉड से श्री बालाजी प्रकाशन प्रिंटर्स नाम की प्रिंटिंग प्रेस का पंजीकरण करा लेने का है जो राजधानी निवासी कंसलटेंट इंजीनियर संजय शर्मा की शिकायतों पर आई सरकारी रिपोर्टों से उजागर हुआ है.
संजय बताते हैं कि लखनऊ के नाका हिंडोला क्षेत्र में राधिका धर्मशाला के पास चकमाकी दुगावा स्थित आवासीय प्लाट संख्या 274 बटा 31 पर चल रहे श्री बालाजी प्रकाशन प्रिंटर्स के स्वामी डा. संपत लाल साहू ने नगर मजिस्ट्रेट लखनऊ कार्यालय से प्रिंटिंग प्रेस का पंजीकरण प्राप्त करने के लिए बीते साल के मार्च महीने की 8 तारीख को एक घोषणा शपथ पत्र दिया था जिसकी प्रति लखनऊ के नगर मजिस्ट्रेट ने लखनऊ के जनपद न्यायाधीश और पुलिस कमिश्नर को भी भेजी थी. इस घोषणा शपथ पत्र में डा. संपत लाल साहू ने श्री बालाजी प्रकाशन प्रिंटर्स में 5 किलोवाट की विद्युत क्षमता स्वीकृत होने की बात कही थी जिसके आधार पर नगर मजिस्ट्रेट लखनऊ से बालाजी प्रिंटिंग प्रेस का पंजीकरण कराया गया था.
संजय बताते हैं कि उन्होंने मुख्यमंत्री के जनसुनवाई पोर्टल पर शिकायत भेजकर श्री बालाजी प्रकाशन प्रिंटर्स को बिजली विभाग द्वारा दिए गए व्यवसायिक कनेक्शन के स्वीकृत लोड, प्रतिष्ठान के वास्तविक लोड और प्रतिष्ठान द्वारा बिजली चोरी किये जाने की जांच कराने की मांग की थी. संजय ने बताया कि उनकी शिकायत पर विद्युत वितरण नगरीय खंड रेजीडेंसी, मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड,लेसा लखनऊ के अधिशासी अभियंता ने जांच रिपोर्ट संलग्न करके उनको बताया है कि उक्त स्थल पर मात्र 3 किलोवाट का व्यवसायिक कनेक्शन चल रहा है.
बकौल संजय इस रिकॉर्ड से प्रथम दृष्टया यह बात सीधे-सीधे सामने आ रही है कि श्री बालाजी प्रकाशन प्रिंटर्स के स्वामी डा. एस. एल. साहू ने निजी लाभ अर्जित करने के लिए नगर मजिस्ट्रेट लखनऊ के समक्ष जानबूझकर झूंठा धोषणा शपथपत्र देकर धोखाधड़ी और फ्रॉड से प्रिंटिंग प्रेस का पंजीकरण करा लिया है. संजय ने बताया कि वे इस सम्बन्ध में प्रधानमन्त्री और मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर श्री बालाजी प्रकाशन प्रिंटर्स में छपने वाले सभी अखबारों की घोषित प्रसार संख्या और प्रिंटिंग प्रेसों में छपने वाली वास्तविक संख्या की जांच कराने की मांग करने जा रहे हैं.